मधेपुरा । जिला आ सत्र न्यायाधीश अमलेन्दु कुमार सिन्हा काराधीन अभियुक्त क विरूद्ध आरोप गठन क मात्र 20 दिन क अंदर वाद क निष्पादन करि कए एकटा रिकॉर्ड बना देलथि अछि। सत्रवाद संख्यां 28(A)/2004 मे बीस दिन क अंदर पांचटा गवाहक गवाही सेहो भेल आओर शेष कानूनी प्रक्रिया सेहो पूरा कैल गेल। वाद मे कारा मे बंद अभियुक्त लाखपति साह उर्फ राजपति साह कए गवाह क बयानात क आधार पर निर्दोष साबित कैल गेल आ हुनका तुरंत कारा स मुक्त करबाक आदेश सेहो देल गेल।
अंग्रेजी मे सेहो एकटा कहावत अछि, जस्टिस डिलेड इज जस्टिस डिनाइड, यानि देर स भेटल न्याय, न्याय नहि भेटल जइसन अछि। मुदा मधेपुरा सिविल कोर्ट मे आइ जाहि तरह स एहि वाद क निष्पादन अतितीव्र गति स भेल, ओहि स आम लोक मे न्यायिक प्रक्रिया पर कायम राय जरूर किछु बदलल। तारीख पर तारीख भेटैत रहल अछि जज साहब, मुदा इन्साफ नहि भेटल। फिल्म ‘दामिनी’ मे जखन सनी देओल जज क सामने इ डायलॉग कहैत छथि त दर्शक सेहो एक बेर इ सोचबा लेल मजबूर भ जाइत अछि जे सचमुच एहि देश मे न्यायिक प्रक्रिया एतबा जटिल आ लंबा किया अछि जे इन्साफ क गप त दूर लोक कचहरी क दौर लगबैत मरि जाइत अछि। मुदा आइ एकटा न्याय एतबा शीघ्र भेल जे बिना अपराध केने साह कए केवल 20 दिन जेल मे रहबाक कष्ट भेल।
मामला आलमनगर थाना अंतर्गत बसनबाड़ा गामक अछि। एहि मे सुन्दर मंडल क पुत्र कैलाश मंडल क अपराधी सब थ्री-नट क बल पर अपहरण करि लेने छल। एहि मामला मे पुलिस खगड़िया जिलाक बेलदौर थाना क पंचोल गामक लाखपति साह कए अभियुक्त बनेने छल मुदा विद्वान जिला न्यायाधीश एहि मामला मे 6 जून कए आरोप गठन करला बाद सबटा कानूनी प्रक्रिया पूरा करैत आइ निर्णय सुनेलथि जे आरोपी कए रिहा कैल जाए। एतबा शीघ्र न्याय क उम्मीद ककरो नहि छल। जाहिर गप अछि जे अगर एहि प्रकार स वाद क निष्पादन मे तेजी अबैत अछि त फेर आमलोक कए विश्वास एहि न्याय क मंदिर पर आओर गहिर भ जाएत।