पटना। बिहार सरकार राज्य क लगभग 5000 दलित क पुनर्वास क लेल 15 करोड़ टका क वित्तीय सहायता उपलब्ध करउलक, जे अखनि सेहो मैला ढोबै कए लेल अभिशप्त अछि। अनुसूचित जाति आ जनजाति कल्याण विभाग क प्रधान सचिव केपी रामय्या कहलथि जे दू वर्ष पहिने केंद्र सरकार द्वारा एहि कए पूरा तरह बंद करबाक संबंधी निर्देश जारी कएल गेल छल, मुदा राज्य मे इ प्रथा जारी अछि। रामय्या कहलथि जे आब राज्य सरकार इ नारकीय काज मे लागल लोक क पुर्नवास क लेल शुरू हुए वाला विशेष योजना क द्वारा एहि प्रथा कए पूरी तरह स उन्मूलन करबाक लेल प्रतिबद्ध अछि। 1996 क एकटा आधिकारिक सर्वेक्षण क अनुसार बिहार क विभिन्न इलाक मे 10,641 लोक मैला ढोबाक नारकीय काज मे लागल छल, मुदा दलित क बीच काज करै वाला स्वैच्छिक संस्था क अनुमान क अनुसार लगभग 20,000 लोक एहि तरह क नारकीय काज करैत अछि। इ लोक सफाई काज क संग-संग मानव मल-मूत्र क सफाई आ सिर पर रखि कए बाहर फेंकबाक काज सेहो करैत अछि।