• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad

शाही नहि आब जैव लीची कहियउ महाराज

July 11, 2011
in समाद विशेष
A A

दोसरसमाचार

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

November 10, 2019

विकसित मिथिला आखिर कोना बनल पिछडल मिथिला

February 23, 2019

बढैत गेल बीमारी, घटैत गेल इलाज

January 15, 2018

दिल्‍ली स पहिने दरभंगा आयल छल बिजली

January 1, 2018

मुजफ्फ़रपुर। मुजफ्फरपुर क लीची एकटा आओर मुकाम हासिल केलक अछि। आब इ देश मे पहिल जैव उत्‍पाद बनि गेल अछि। इंटरनेशनल पाइनेसिया लिमिटेड (आइपीएल) एहि पर मुहर लगा देलक अछि। सरकार सेहो एहि ठामक लीची कए जैव उत्पाद घोषित केने अछि। एहि उपलब्धि क बाद आब एहि ठामक लीची क पैकिंग थर्मोकोल क बक्‍सा मे कैल जाएत, जाहि पर ‘जैविक’ लिखल रहत। मुजफ्फ़रपुर क लीची अपन गुणवत्ता क कारण केमिकल उत्पाद क बदला मे जैव उत्पाद बनि कए अंतरराष्ट्रीय मार्केट मे उभरल अछि।

दिल्ली, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, हरियाणा आ लखनऊ क संग आब एहि ठामक लीची अंतरराष्ट्रीय मार्केट मे सीधा जा सकत। इ काज आइपीएल आ उद्यान निदेशालय करत। अंतरराष्ट्रीय बाजार क आधार पर मुजफ्फ़रपुर क लीची क दाम तय होएत। अनुमान अछि जे जैविक गुण क कारण लीची क दाम मे पांच गुना तक वृद्धि भ सकैत अछि। यूएनओ सेहो मुजफ्फरपुर क जैविक लीची कए प्रोत्साहन द रहल अछि। संगठन क सलाहकार डॉ विक्टर गैलन कए भारत पठा एकर जायजा लेल गेल छल। डॉ गैलन कहने छलाह जे अंतरराष्ट्रीय बाजार मे जैविक लीची क काफ़ी मांग अछि। आपूर्ति नहि हेबाक कारण लोक दोसर किस्म क लीची कीनैत छथि। जैविक श्रेणी मे मुजफ्फ़रपुर क लीची फ़िट बैसैत अछि।

आइपीएल, दिल्ली क तकनीकी निदेशक, प्रोजेक्ट डॉ डी के मिश्रा क कहब अछि जे लीची क पैकिंग एखन धरि कूट आ लकड़ी क डिब्‍बा मे होइत छल मुदा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता क बाद एकर पैकिंग क विधि सेहो बदलि जाएत। जे लीची देश क बाहर जाएत ओकरा थर्मोकोल क डिब्‍बा मे पैक कैल जाएत। डिब्‍बा पर स्पष्ट रूप स जैविक उत्पात क टैग लागल रहत।

जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुमार कहला जे मुजफ्फरपुर क कांटी, मोतीपुर आ मीनापुर मे लीची क खेती जैविक विधि स कैल जा रहल अछि। एकर अलावा मुशहरी, बोचहां, गायघाट, कुढ़नी आदि प्रखंड मे खेती भ रहल अछि। कुल मिला कए 79 गामक 2100 किसान 1260 हेक्टेयर मे लीची क जैविक खेती करि रहल छथि। एकर उत्पादन अंतरराष्ट्रीय स्तर जैविक मानक कए पूरा करि रहल अछि। ज्ञात हुए जे बिहार क अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आ ओड़िशा मे सेहो लीची क खेती होइत अछि।एहि सालक मौसम लीची क अनुकूल रहल। एहि स लीची क सेल्फ लाइफ बढ़ि‍ गेल अछि।

Tags: lichimuzaffarpur

Related Posts

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

November 10, 2019

विकसित मिथिला आखिर कोना बनल पिछडल मिथिला

February 23, 2019

बढैत गेल बीमारी, घटैत गेल इलाज

January 15, 2018

दिल्‍ली स पहिने दरभंगा आयल छल बिजली

January 1, 2018

बेटा बनेलक फाइटर प्लेन, बेटी बनल ओकर पायलट

June 18, 2016

सफल भेल भागीरथी प्रयास, आठ जून स मिथिला मे उतरत विमान

May 24, 2015
Next Post
Esamaad Epaper Website

गरीब कए भेटत आशियाना

Esamaad Epaper Website

मिथिला मे धूम मचा रहल अछि नेपाल क एफ़एम

कलाकार मनक हत्‍या नहि कए सकलहुं : राहुल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टटका समाचार

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

बिहारक पंचायत क वित्‍तीय स्थिति मे भेल सुधार, पहिल बेर भेटत एक हजार करोड़ तकक उपयोगिता प्रमाण पत्र

आइटीआइ छात्र कए नौकरी देबा लेल 200 कंपनी आउत बिहार, मार्च तक तैयार होएत डेटाबेस

बेसी पढ़ल गेल

No Content Available

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि