पटना । विद्यालय क शिक्षक सावधान भ जाउ। धडाधर 30 तक क पहाड़ा रटबा लेल बैस जाउ। इ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क नव टास्क अछि। ओ कहियो अहांक स्कूल पहुंच बच्चाक सामने मे अहां टेस्ट ल सकैत छथि। फेल भेलहुं त बुझु नौकरी गेल। खुद मुख्यमंत्री कहला अछि जे ओ स्कूल मे जेताह, त शिक्षक स एकर बारे मे पूछताह। ओ मास्टर साहब सब कए एकरा लेल तीस तक क पहाड़ा रटबा लेल कहलथि अछि, हुनक कहब अछि जे एतबा त मास्टा साहब कए एबाक चाही, नहि त ओ की पढेता बच्चा लोकनि कए? एनुअल स्टेटस आफ एजुकेशन रिपोर्ट (असर-2010) क लोकार्पण क बाद कुमार कहला जे राज्य मे मास्टरक संख्या आब बहुत कम नहि अछि, मुदा गुणवत्ता कए ल कए चिंता बढल जा रहल अछि। कई प्रकारक गप हमरा तक पहुंचल अछि, ताहि लेल हम अपन स्तर स एकर जांच करबा लेल स्कूलक भ्रमण करब आ मास्टर साहब क टेस्ट लेब। नीतीश कहला जे एहन नहि जे हम हुनका स असंभव सवाल करब हम खुद एतबा तक क पहाड़ा याद केने छी। ओ रिपोर्ट मे बिहारी बच्चा कए गणित मे पाछु रहबाक खुलासा स चिंतित छलाह। ओ कहला जे जाहि धरती पर आर्यभट्ट जन्म लेलथि, ओहि ठामक बच्चा क गणित कोना कमजोर भ सकैत अछि? आर्यभट्ट शून्य क अवधारणा ईजाद केलथि, हर बिहारी कए आकर पाछु एक लगेबाक जरूरत अछि जाहि स शून्य दस बनी सकए। नीतीश कहला जे अगर एहन नहि भ रहल अछि त जरूर मौजूदा व्यवस्था मे गड़बड़ी अछि। शिक्षा क गुणवत्ता पर जोर दैत ओ कहला जे पढ़ेबा लेल खुद शिक्षकए कए पढ़ाई करै पडत।