नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल केंद्रीय विश्वविद्यालय क नाम पर बिहार मे राजनीतिक करि रहल छथि। हुनक कहब अछि जे केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी क बदला मे नालंदा या गया मे खोलल जाए त बेसी छात्र कए लाभ होएत। मुदा ओ एहन कोनो स्रोत नहि बतेलाह जाहि स इ साबित भ सकए जे मोतिहारी स बेसी छात्र नालंदा मे एहन विवि खुलला स लाभ मे रहताह। हुनकर इ बयान पूर्ण रूप स उत्तर बिहारक उपेक्षा आ नीतीश कए नालंदा क नाम पर घेरबाक कोशिश अछि। मोतिहारी मे केंद्रीय विश्वविद्यालय कए विरोध करि रहल केंद्र सरकार एक बेर फेर संसद मे एहि विषय पर उत्तर बिहारक बेइज्जति करबा स पाछु नहि रहल। सिब्बल कहला जे बिहार मे केन्द्रीय विश्वविद्यालय क मामला मे केन्द्र सरकार एखन धरि उत्तर बिहार मे एहन संस्थान देबा लेल तैयार नहि भेल अछि। केंद्र सरकार अपन एहि रुख पर कायम अछि जे एहन संस्थान पटना या फेर दक्षिण बिहारक नालंदा या गया मे बनाउल जाए। जाहि स बेसी स बेसी छात्र कए लाभ भेट सकए। ओ कहला अछि जे मोतीहारी मे केन्द्रीय विश्वविद्यालय कए मंजूरी देबा पर केंद्र कए आपत्ति रहल अछि मुदा एखन एहि पर कोनो फैसला नहि लेल गेल अछि। एहि संबंध मे राज्य संग आपसी विचार विमर्श भ रहल अछि। ओ कहला जे एहि संबंध मे मुख्यमंत्री क संग कई बेर पत्र क आदान प्रदान भ चुकल अछि आ विचार विमर्श जारी अछि। एहि स पूर्व उच्च शिक्षा क मसला पर चर्च मे भाग लैत भाजपा क राजीव प्रताप रूढ़ी कहला जे बिहार क मुख्यमंत्री मानव संसाधन विकास मंत्री कए मोतीहारी मे केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनेबाक आग्रह करि चुकल छथि मुदा मुख्यमंत्री क गप पर शायद एहि लेल ध्यान नहि देल जा रहल अछि किया कि ओ पत्र अंग्रेजी मे नहि हिंदी मे लिखल अछि।
वक्तव्यक जोरदाड़ विरोध ।