पटना। आंकडा क मामला मे पिछडल बिहार आब आंकडा कए अपन विकास क प्रमाणपत्र बना लेलक अछि। जाहि आंकडा स किछु साल पहिने तक बिहार क घोर आलोचना होइत छल, ओ आंकडा आइ बिहार क आलोचक लेल कागजी घोडा बनि गेल अछि। शिशु मृत्यु दर भारत सरकार द्वारा जारी आंकडा उक बेर फेर बिहार कए राहत देलक अछि। एहि मोरचा पर सेहो बिहार आन राज्य स नीक परिणाम देलक अछि आ देशक औसत लग पहुंच गेल अछि। बिहार लेल एकरा पैघ कामयाबी मानल जा सकैत अछि। केन्द्र सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में बिहार में शिशु मृत्यु दर में चार आओर अंकक कमी देखाउल गेल अछि। प्रदेश में शिशु मृत्यु दर घटि कए आब 48 भ गेल अछि, जे राष्ट्रीय औसत 47 स एक बेसी अछि। ओना राज्य सरकार क दावा अछि जे एकरा घटाकए 25 स 30 तक अनबाक प्रयास भ रहल अछि। एकरा लेल नव साल में डाक्टर, नर्स आ पारा- मेडिक्स क पैघ पैमाना पर नियुक्ति करबाक प्रक्रिया चलि रहल अछि। स्वास्थ्य सचिव अमरजीत सिंहा कहला जे राज्य मे शिशु मृत्यु दर 52 स 48 भ गेल अछि। ओना सामान्य मृत्यु दर (हर आयु) में सेहो कमी आयल अछि। एहि मे बिहार राष्ट्रीय औसत स आगू भ गेल अछि। राष्ट्रीय औसत 7.2 क तुलना मे बिहार 6.8 पर आबि गेल अछि।