दरभंगा। मिथिला मे संतान लेल विवाह क बाद कोहबर बसाउल जाइत रहल अछि। मुदा आब निःसंतान दंपति लेल डीएमसीएच एकटा नीक समाद देलक अछि। बांझपन क इलाज लेल आब दिल्ली- मुंबई जेबाक आवश्यकता नहि रहत। टेस्ट ट्यूब बेबी लेल डीएमसीएच तैयार भ चुकल अछि। बिहार मे इ पहिल मेडिकल कॉलेज होएत जाहि ठाम एहन सुविधा उपलब्ध होएत। दरभंगा मेडिकल कॉलेज क प्राचार्य डा एस एन सिन्हा कहला अछि जे मिथिला क लोक कए बांझपन स मुक्ति देबा लेल बहुत दिन स एहि तरहक प्रयास कैल जा रहल छल। मुदा आब एहि मे सफलता भेट गेल अछि। डीएमसीएच कए टेस्ट ट्यूब बेबी लेल केंद्र सरकार स मंजूरी भेट गेल अछि। संगहि एकरा लेल राशि सेहो उपलब्ध करा देल गेल अछि। बहुत जल्द एहि सुविधा कए जमीन पर उतारबाक प्रयास कैल जा रहल अछि। ओ कहला जे इ सुविधा दरभंगा मे शुरू भ गेला पर राज्यक इ पहिल अस्पताल भ जाएत जाहि ठाम टेस्ट ट्यूब बेबी क संधारण होएत। ओ कहला जे दरभंगा मेडिकल कॉलेज मे इ सुविधा भेला स इ एम्स क तर्ज पर महिलाक बांझपन खत्म करबा मे सहायक होएत। डीएमसीएच मे इ सुविधा क शुरूआत कईटा परिवार मे छायल अंधकार कए दूर करत। निश्चित रूप स मिथिला संग नेपालक ओ दंपति जे निसंतान छथि ओ एहि समाद स खुश हेतथि।
नीक समाद ।