पटना । निजी क्षेत्र मे 450 मेगावाट क्षमता क प्रस्तावित इन्द्रपुरी जल विद्युत परियोजना कए मूर्त रूप देबाक आसार बढि़ गेल अछि। परियोजना स्थापित करबा लेल देश क पैघ कम्पनी एक-एक लाख टका जमा करि अपन रुचि दिखाउलक अछि। जल संसाधन विभाग परियोजना क कार्यान्वयन क जिम्मेवारी बिहार राज्य जल विद्युत निगम (बीएचपीसी) क सौंप देलक अछि। बीएचपीसी क अधिकारी क अनुसार निजी क्षेत्र मे परियोजना स्थल पर कार्य दिसम्बर मे प्रारम्भ भ जाइत।
परियोजना स्थापित करबा लेल पैघ कम्पनीक रुचि स एकर स्थापना कए ल कए आब कोनो संदेह नहि रहि गेल अछि। एहि में रुचि लेनिहार कम्पनी मे मुम्बई स्थित टाटा पावर कम्पनी लि., हिन्दुस्तान कन्स्ट्रक्शन कम्पनी लि., नोएडा स्थित रिलायंस पावर लि., हैदराबाद क मधुकोन प्रोजेक्ट लि., जिन्दल पावर लि. आदि प्रमुख अछि। कम्पनी क प्रतिनिधि परियोजना क लेल भू-अर्जन स ले कए पुनर्वास तक क समस्या क सम्बन्ध मे बीएचपीसी क अधिकारी स स्थिति क जानकारी प्राप्त केलथि अछि। कम्पनी कए आश्वासन देल गेल अछि जे भू-अर्जन मे राज्य सरकार हुनका सहयोग करत। भू-अर्जन पर होइ वाला व्यय क वहन कम्पनी करत। जलाशय स सिंचाई क लेल जल संसाधन के लेल कम्पनी आ बीएचपीसी क बीच एकरारनामा होइत। परियोजना स्थापित करैयवाला कम्पनी क मुख्य उद्देश्य पनबिजली क उत्पादन करब होइत, जखकि राज्य सरकार एकर उपयोग सिंचाई क लेल करय चाहैत अछि। एहिस सोन नहर प्रणाली कए स्थायी तौर पर पाइन उपलब्ध भ सकत। जल संसाधन विभाग मामला कए बीएचपीसी कए सौंपला स पहिने शर्त रखने अछि जे जल विद्युत प्लांट क संचालन सोन नहर क लेल पाइन क आवश्यकता कए ध्यान मे राखिकए कैल जाए। कम्पनी क जिम्मेवारी पर्यावरण मंत्रालय क अनापत्ति प्राप्त करबाक होइत। बिहार क बंटवारा स पहिने परियोजना क नाम कदवन छल। पृथक झारखण्ड क गठन के बाद एकर नाम बदलिकए इन्द्रपुरी जलाशय करि देल गेल। योजना क तहत सोन नदी पर इन्द्रपुरी बराज स 80 किलोमीटर ऊपर उर्ध्वधार मे एकटा बांध क निर्माण प्रस्तावित अछि।