दरभंगा। हमरो एकटा हस्ताक्षर करए दिअ। हमहुं सब अपन भागीदारी दियए चाहैत छी। देखू त केतबा सुंदर अछि अपन किला। जी, हां अविश्वसनीय दरभंगा अभियानक तहत चलि रहल हस्ताक्षर शिविर मे किछु एहने सुनबा मे भेट रहल अछि। दरभंगा क एतिहासिक धरोहरक संरक्षण लेल एकटा युवाक समूह इ अभियान शुरू केलक अछि। अभिनव कुमार क नेतृत्व मे भ रहल एहि अभियान मे दरभंगाक जनता बढि चढि कए भाग ल रहल अछि। अपन धरोहर क प्रति उदासीन रहबाक आरोप झेल रहल दरभंगाक लोक मे एकर प्रति नजरि बदलि रहल अछि। लोक अपन धरोहर क महत्व बुझबा लेल तैयार अछि। ओकरा ज्ञान भ रहल अछि जे हम एहि धरोहर कए नष्ट क अपन भविष्य नष्ट क रहल छलहुं। एहि कारण लोक एहि अभियान स जुडबा लेल कतार मे ढार भ रहल छथि।
अभियानक सदस्य क कहब अछि जे पहिल दिन 500 हस्ताक्षर भेल जखन कि दोसर दिन 700 हस्ताक्षर भेल अछि। एहि हस्ताक्षर अभियान क शुरूआत माधेश्वर परिसर स भेल। दोसर दिन इ अभियान भगत सिंह चौक पर चलल। अभियान क बारे मे बताउल जा रहल अछि जे 26 जनवरी कए एहि समूहक सदस्य दरभंगा किला पर तिरंगा लहरा कए दरभंगाक धरोहर बचेबाक सामूहिक संकल्प लेताह। ज्ञात हुए जे 1962 क बाद दरभंगा किला पर तिरंगा नहि लहरा सकल अछि। दरभंगा 50साल बाद एक बेर फेर एहि किला पर तिरंगा लहरेबा लेल तैयार अछि। दरभंगाक महाराज आ तत्कालीन सांसद डा सर कामेश्वर सिंह अंतिम बेर 26 जनवरी 1962 कए एहि किला पर तिरंगा लहरेने छलाह।
पूर्वज कयल गलती युवा पीढ़ी सुधारी रहल छथि ई मिथिलाक लेल एकटा क्रान्तिकारी आ युगान्तकारी क्षण अछि , हमरा लोकनि मिथिलासँ बाहर रहितहुँ एहि अनुष्ठानकेँ अपन सादर स्नेह आ अपनसँ जे सहयोग होयत ओकर दायित्वपूर्वक निभेबाक कोशिश करब । संगहि आग्रह सम्पूर्ण युवासँ करैत छी जे जागब तखनि किछु पायब।