विश्व प्रसिद्ध दरभंगा घराना क सब स होनहार युवा कलाकार प्रशांत कुमार मल्लिक क प्रतिभा ककरो स नुकायल नहि अछि। 10 मार्च 1982 कए जन्मल प्रशांत दरभंगा घरानाक 13वीं पीढी छथि। प्रख्यात गायक विदुर मल्लिक क पौत्र आ प्रेमकुमार मल्लिक क पुत्र प्रशांत मल्लिक ध्रुपद गायन क क्षेत्र मे अपन प्रतिभा क लोहा देश-विदेश मे मनबा चुकल छथि आ हिनकर गायन शैली मे दरभंगा घरानाक स्पष्ट छाप दिखाई दैत अछि। एहि सप्ताह आकाशवाणी स ‘ए’ श्रेणी क गायक हेबाक सम्मान प्राप्त केनिहार एहि युवा गायक स इसमाद लेल सुनील कुमार झा आ नीलू कुमारी लंबा चर्च केलथि। प्रस्तुत अछि ओकर किछु अंश:-
प्रश्न – नमस्कार
उत्तर – नमस्कार
प्रश्न – सबसे पहिने आकाशवाणी आ दूरदर्शन द्वारा ‘ए’ श्रेणी क गायक हेबाक सम्मान प्राप्त करबा लेल बधाई।
उत्तर – इससम्मान अहां सबहक प्रेम आ गुरुजनक आशिष स प्राप्त भेल अछि।
प्रश्न – एतबा कम बैस मे ‘ए’ श्रेणीक कलाकार बनबा पर केहन लागी रहल अछि।
उत्तर – निश्चित रूप स इ एकटा पैघ उपलब्धि छी। हमर परिवार मे एहन पंडित अभय नारायण मल्लिक आ प्रेम कुमार मलिक सर्वोच्च श्रेणीक कलाकार छथि। अभय जी आब बेसी नहि गबैत छथि एहन मे हमर पिता प्रेम कुमार मल्लिक क बाद हम आ निशांत ‘ए’ श्रेणीक गायक घोषित भेलहुं अछि। महज 24 सालक हमर भाई ए सम्मान प्राप्त केनिहार सबस युवा गायक अछि। एकर अलावा हमर परिवार क चाचा रामकुमार मल्लिक आ भाई सुमित आ बहिन प्रियंका कए ‘बी हाइ’ श्रेणी प्राप्त अछि।
प्रश्न – संगीत क एहि प्राचीन विधा क जेकर आब बहुत कम कलाकार अछि, ओहि मे अपना कए देखि केहन महसूस करैत छी।
उत्तर – सच कहू त बहुत गौरवान्वित महसूस करैतछी, जखन पता चलैत अछि जे एहि गायन शैलीक आब आंगुर पर गिनल कलाकार छथि त दुख सेहो होइत अछि आ गर्व सेहो होइत अछि। दुख गायकक अभाव देख कए आ गर्व इ सोचि कए जे हम ओहि चंद गायक मे छी जे एकरा बचेबा मे लागल अछि।
प्रश्न – आइ जखन अधिकतर युवा पॉप आरैप गायन दिस जा रहल अछि तखन अहां शास्त्रीय गयन सेहो मे ख्याल नहि ध्रुपद गायन दिस एलहुं।
उत्तर – नहि शायद अहां गलत कहि रहल छी, एखनो लोक जखन पॉप आ रैप स आजिज आबि जाइत अछि त एहि प्राचीन विधा मे डूबबा लेल आतुर रहैत अछि। शोर एहि कदर व्याप्त भ गेल अछि जे लोक कए शांति क तलाश मे एहि दिस आयब मजबूरी भ गेल अछि। ओनाओ इ हमर पुश्तैनी कला छी आ हम एकरा बचेबा मे नहि बल्कि आगू बढेबा मे लागल छी।
प्रश्न – अपन संगीत शिक्षा क संबंध मे किछु बताउ।
उत्तर – संगीत क शिक्षा त नैनपन स भेटब शुरू भ गेल छल। हम अपन प्रारंभिक संगीत अपन पापा आ गुरु पंडित प्रेम कुमार मल्लिक स सीखल, किछु दिन दादाजी आ ध्रुपद उस्ताद पंडित विधुर मल्लिक स सीखबाक सेहो सौभाग्य प्राप्त भेल अछि।
प्रश्न – अहां कए राष्ट्रपति पुरस्कार सेहो काफी कम बेस मे भेटल अछि।
उत्तर – हां, आल इंडिया रेडियो संगीत प्रतियोगिता 2001 मे हमरा राष्ट्रपति क हाथ स गोल्ड
मेडल भेटल छल।
प्रश्न – अहां कए ‘सुरमनि’ क सरनेम सेहो भेटल अछि।
उत्तर – जी, एकटा नीक अनुभव अछि, सुर श्रंगार समसद मुंबई मे भेल
कार्यक्रम क दौरान हमरा इ उपनाम देल गेल।
प्रश्न – छोट सन बैस मे अहां कए काफी पुरस्कार आ सम्मान भेटल, ओहि मे स किछु खास खास पुरस्कार
क संबंध मे बताउ।
उत्तर – संगीत नाटक अकादमी लखनऊ 2001 मे हमरा प्रथम पुरष्कार
देलक, ओकर बाद उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (NCZCC, भारत
सरकार) द्वारा प्रतिभा उत्सव 2001 मे युवा होनहार ‘ध्रुपद गायक’ क
पुरस्कार भेटल। 1999-2000 मे नोर्थ अमेरिकन ध्रुपद एसोसिएशन (नाडा) USA
‘युवा अग्रणी ध्रुपद गायक’ क सम्मान स सम्मानित केलक आ भारत
सरकार क संस्कृति मंत्रालय सेहो वर्ष 2003-04 लेल हमरा राष्ट्रीय छात्रवृति प्रदान केलक।
प्रश्न – संगीत क ज्ञान त अहां घर मे प्राप्त केलहुं मुदा एहि लेल कोनो शैक्षणिक पहल कैल।
उत्तर – निश्चित, हम प्रयाग संगीत समिति इलाहबाद स वर्ष 2003 मे
संगीत प्रभाकर ( बैचलर ऑफ़ म्यूजिक) आ 2006 मे संगीत प्रवीण ( मास्टर ऑफ़
म्यूजिक) मे प्रथम श्रेणी प्राप्त केलहुं। संगीत सिक्षा क बाद हम कनि व्यावसायिक शिक्षा दिस गेलहुं आ हम इंटरनॅशनल स्कूल ऑफ़ बिजनेस
एंड मिडिया (ISB&M) पुणे स एम्.बी.ए केलहुं एखन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा स पीएचडी करि रहल छी।
प्रश्न – अहां संगीत कए कॅरियर बनेलहुं, की आजुक तारीख मे ध्रुपद गायन स जीविकोपार्जन भ सकैत अछि।
उत्तर – जनाब, जमाना बदलि गेल अछि। संगीत आब मात्र शौक क वस्तु नहि अछि अपितु इ एकटा नीक कॅरियर क रूप मे सेहो उभरि रहल अछि। ओना संगीत हमर जीविकोपार्जन लेल काफी अछि। मैं आल इण्डिया रेडियो आ टेलीविजन मे नियमित रूप स अपन कर्यक्रम दैत छी आ जर्मनीक एकटा विश्वविद्यालय लेल सेहो सलाहकार शिक्षकक रूप मे काज कए रहल छी। देश विदेश मे कैल कार्यक्रम स सेहो किछु अर्जन भ जाइत अछि।
प्रश्न – सुनल जे अहांक अगिला मास जर्मनी मे एकटा अलबम रिलीज भ रहल अछि।
उत्तर – जी, गप दरअसल इ अछि जे जर्मनी मे हम सबस बेसी प्रस्तुति देने छी। भारत स बेसी हमर प्रशंसक जर्मनी मे भ गेलथि अछि… एहि लेल ओहि ठाम हमर कई टा एलबम निकलि चुकल अछि। जाहि एल्बम मे इन पेरिस ऑफ़ गोड़ेस, गोड़ेस डिवाइन इनर्जी आ मेडिटेशन मंत्रा प्रमुख
अछि।
प्रश्न – अहां एखन धरि कईटा प्रस्तुति द चुकल छी, किछु अविस्मर्णीय मंचन क बारे मे बताउ।
उत्तर – हमर देश आ विदेश मे बहुत प्रस्तुति भ चुकल अछि मुदा किछु प्रस्तुति हमरा जीवन भरि याद रहत जाहि मे स किछु कहां कए बता रहल छी-
विदेश में
• द लिज़ार्ड वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल, लन्दन – 1999 (ब्रिटेन)
• योग सेंटर म्यूजिक कंसर्ट, बर्लिन – 2003 (जर्मनी)
• मेक्स मुलर भवन कंसर्ट , बर्लिन- 2003 (जर्मनी)
• इंडियन कौंसिल फॉर कल्चर रिलेशन फेस्टिवल- बर्लिन 2003 (जर्मनी),
• SFB कंसर्ट प्रोग्राम, बर्लिन, COLOGNE- 2005 (जर्मनी)
• वर्ल्ड वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल, स्टिमेन म्यूजिक फेस्टिवल- बसल 2005
(स्विट्जरलैंड),
• क्लासीकल इंडियन ध्रुपद कंसर्ट, विन्तेरथुर, जुरिच- 2005
• दक्षिण एशिया संगीत महोत्सव, Leicester – 2007 (ब्रिटेन)
• विश्व संगीत महोत्सव, पेरिस – 2009 (फ्रांस)
• इंडो जर्मन सोसाइटी महोत्सव, बर्लिन – 2010 (जर्मनी)
• विश्व संगीत महोत्सव, वारसुलोना – 2010 (स्पेन)
देश मे …
• सप्तक संगीत समारोह- अहमदाबाद
• ध्रुपद मेला – वाराणसी
• नेशनल आल इंडिया रेडियो, यूथ फेस्टिवल – न्यू डेल्ही
• ITC यूथ फेस्टिवल, NCPA – मुंबई
• संगीत नाटक अकादमी फेस्टिवल- संगीत प्रतिभा उत्सव – ग्वालियर
• तानसेन संगीत समारोह – ग्वालियर
• ध्रुपद समारोह – ध्रुपद सोसाइटी फेस्टिवल – न्यू डेल्ही
• मेक्स मुलर भवन कंसर्ट – न्यू डेल्ही, मुंबई
• ध्रुपद समारोह – मथुरा
• स्वामी हरिदास संगीत समारोह – वृन्दाबन
• ज्ञान मंडल संगीत समारोह – पुणे
• प्रतिभा उत्सव,NCZCC फेस्टिवल – अल्लाहाबाद
• उस्ताद जिया मोहिउद्दीन डागर स्मृति समारोह – मुंबई
• लखनऊ महोत्सव – लखनऊ
• सुर श्रंगार संगीत समसाद म्यूजिक फेस्टिवल- मुंबई
• विन्ध महोत्सव – विन्ध्याचल
प्रश्न – इसमाद स गप करबा लेल धन्यवाद।
उत्तर – अहूं दूनू गोटे कए बहुत बहुत धन्यवाद।