नई दिल्ली। रेल मंत्रालय बिहार क मधेपुरा जिला मे रेल इंजन कारखाना लगेबाक कोशिश तेज करि देलक अछि। एकरा लेल मंत्रालय चारिटा कंपनी क दरख्वास्त छांट लेलक अछि। भारतीय वाणिज्य आ उद्योग महासंघ (फिक्की) क कार्यक्रम क दौरान जीई इन्फ्रास्ट्रक्चर क एकटा अधिकारी कहलथि जे जीई, सीमेंस, एल्स्टॉम आ बॉम्बार्डियर कए मधेपुरा कारखाना क लेल शुरुआती तौर पर चुनल गेल अछि। मानल जा रहल अछि जे एहि साल क आखिर तक एहि मे स कोनो एकटा कंपनी कए परियोजना क ठेका भेट जाएत।
एहि कारखाना पर करीब 1,960 करोड़ टका लागत आएगी आओर एहि मे सब साल 12,000 हॉर्सपावर ताकतवाला 120 आईजीबीटी बिजली इंजन बनाउल जाएत। मंत्रालय क सूत्र क कहब अछि जे बोली मंागबाक प्रक्रिया तेज करबाक कोशिश जारी अछि, उम्मीद अछि 3 साल क भीतर एहि काखाना मे उत्पादन चालू भ जाएत।
एहि बीच अधिकारी बिहार क मढ़ौरा मे डीजल इंजन बनेबा लेल प्रस्तावित कारखाना पर सेहो काज करि रहल छथि। एहि मामला मे दरख्वास्त पर विचार कैल जा रहल अछि। एहि कारखाना पर करीब 2,720 करोड़ टका खर्च हेबाक अछि आ एहि मे हर साल डीजल स चलैवाला 130टा इंजन बनाउल जाएत।
मधेपुरा आ मढ़ौरा मे कारखाना लगेबा आ इंजन बनेबा मे करीब 29,000 करोड़ टका क निवेश क जरूरत अछि। मंत्रालय 8 साल क दौरान दूनू कारखाना स एक-एक हजार इंजन लेत। कारखाना लगेबा मे निजी क्षेत्र क जे कंपनी दिलचस्पी देखेलक अछि ओकरा 25 साल तक इंजन क देखभाल करै पड़त।
मढ़ौरा मे कारखाना लगेबा लेल मंजूरी 2006 मे भेटल छल आ ओकर अगिला साल मधेपुरा परियोजना कए सेहो मंजूरी भेटल गेल छल। रेलवे कारखान क स्थापना क लेल निविदा अप्रैल, 2008 मे आमंत्रित केने छल। मुदा फरवरी 2009 मे मंत्रालय फैसला लेलक जे दूनू कारखाना विभागीय निर्माण इकाई क तौर पर लगाउल जाएत।
मंत्रालय क एकटा वरिष्ठ अधिकारी कहला जे पिछला साल मंदी क वजह स हमरा सब कए संभावित दावेदार दिस स हल्का प्रतिक्रिया भेटल। शुरुआत मे इ परियोजना रेलवे के भीतर विकसित कैल जा रहल छल। मुदा बाद मे रेल मंत्री साझा उपक्रम क रूप मे एकरा शुरू करबाक प्रस्ताव कए मंजूरी देलथि।
बहुत बधाइ ,समादक पुरा परिवार के,अहिना सफलता पुर्वक च लवाक शुभ कामना-धन्यवाद….