दरभंगा। महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह क जयंती पर मिथिला मे कई ठाम कार्यक्रम भेल। महाराजक जयंती क अवसर पर इतिहासकार एएस ठाकुर हुनकर बारे मे विस्तार स जानकारी देलथि। महाराजक राजनीतिक, सामाजिक आ आर्थिक पहलु पर प्रकाश दैत ठाकुर कहला जे महाराज क मन मे मिथिला राज्य कए लकए काफी कौतुहलता छल आ एकर समग्र विकास क लेल ओ पैघ संदर्भ मे परिकल्पना कए जमीन पर उतारबा लेल पहल सेहो शुरू करि देने छलाह। पृथक मिथिला राज्य क लेल महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह सीतामढ़ी मे 22-23 अप्रैल, 1934 मे मैथिल महासभा क 27म अधिवेशन मे विधिवत विस्तार रूप स भौगोलिक रूप रेखा प्रस्तुत केने छलाह।
महाराजा कामेश्वर सिंह अपन प्रशासन क लेल अकबर आओर शेरशाह क समकक्ष गिनल जाइत छथि। येह कारण छल जे ओ योजनाबद्ध ढंग स काज केलथि, जाहि स आर्थिक क अलावा सामाजिक आओर राजनीतिक मोर्चा पर हुनका अपार सफलता हाथ लागल। आइ जहि पंचायती राज क ढिढोरा पीटल जा रहल अछि कामेश्वर सिंह ओकर प्रबल समर्थक छलाह। ओ कलकत्ता आ मुजफ्फरपुर मे नगर निगम आ नगरपालिका क स्थापना मे महती भूमिका निभेलथि। हुनकर धारणा छल जे छोट मोट विवाद क निबटारा गाम क स्तर पर भ जेबाक चाही।
कहला जे 1935 क कानून मे यदि महाराज क संशोधन स्वीकार करि लेल जाइते त देश कए आइ कश्मीर क अलावा सांप्रदायिक दंगा जइसन समस्या स नहि जूझए पड़िते। महाराजा देश क सैनिक खर्च बढ़ेबाक विरोधी छलाह। हुनकर धारणा छल जे एहि राशि कए शिक्षा आ समाज कल्याण क क्षेत्र मे लगाकए उन्नति आओर समृद्धि क मार्ग प्रशस्त कैल जा सकैत अछि। 1934 क भूकंप मे ध्वस्त भेल दरभंगा शहर कए फेर स बसेबा क यदि कियो चिंता केने छल त ओ असगर कामेश्वर सिंह छलाह। एकरा लेल ओ दरभंगा इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट क स्थापना केलथि। एहि ट्रस्ट क स्थापना क प्रति महाराजा क लगाव कए एतबे स बुझल जा सकैत अछि जे एकर उद्घाटन करेबा लेल ओ दिल्ली स लार्ड विलिंगडन कए दरभंगा बजेने छलाह।
ठाकुर कहला जे कामेश्वर सिंह क देश क विकास मे योगदान रहल, मुदा घर स ल कए देश तक हुनका बिसरी गेल। ओ कहला जे महाराजाधिराज शिक्षा क चौंपियन छलाह। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय क स्थापना क अलावा कोलकाता विश्वविद्यालय क प्रशासनिक भवन हुनके बनाउल अछि। पटना क प्रिंस वेल्स मेडिकल कॉलेज क स्थापना मे हुनकर योगदान स के परिचित नहि अछि। दरभंगा मेडिकल कॉलेज क स्थापना त महाराज क कारण स भेल। ओ आर्थिक सुधारक सेहो छलाह। बंगाल नेशनल बैंक आ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया क संस्थापक सदस्य छलाह। ओ बिहारक सबस पैघ उद्योगपति छलाह। ओ एहि ठामक लोक लेल राजगारक अवसर पैदा केने छलाह। हुनकर कारखाना मे स्थानीय लोकक संग विदेश स सेहो लोक काज करबा लेल अबैत छल। जूट मिल आ चीनी मिल लगाकए ओ एहि इलाका मे ऑद्योगिक क्रांति केने छलाह। संविधान सभा क सदस्य आ राउंड टेबुल सम्मेलन मे भारतीय दलक हिस्सा रहनिहार डा सर कामेश्वर सिंह सही मायने मे एकटा सफल नीतिकार छलाह।
दोसर दिस महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन क तत्वावधान मे आयोजित कामेश्वर सिंह स्मारक व्याख्यानमाला मे जयपुर नेशनल विश्वविद्यालय क कुलपति, प्रख्यात समाजशास्त्री प्रो केएल शर्मा ट्रांस्फार्मेशन आफ कास्ट सिस्टम इन टू कास्ट इन कान्टेम्परॉरी इंडिया विषय पर व्याख्यान देलथि। एहि अवसर पर फाउंडेशन क ट्रस्टी डा. हेतुकर झा, विधान पार्षद प्रो. विनोद कुमार चौधरी, इतिहासकार प्रो. रत्नेश्वर मिश्रा, प्रो. रमाकांत झा सहित अन्य बुद्धिजीवी उपस्थित छलाह।