शरद पवार आ बहुराष्ट्रीय बीज कंपनी मोंसैंटो कए लागल धक्का
पटना। आखिरकार बिहार जीत गेल। शरद पवार लाख कोशिशक बावजूद बिहार क जमीन बीटी मक्का क परीक्षण लेल नहि देल गेल। ओना त एहि परीक्षण लेल बिहार संग तीनटा आओर राज्यक चुनाव भेल छल, मुदा बिहार पहिल एहन राज्य बनि गेल अछि, जतए बीटी फसल क व्यावसायीकरण पर रोक लगा देल गेल अछि। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश एहि संबंध मे राज्य सरकार कए सूचित करि देलथि अछि। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आइ विधानसभा मे एकर जानकारी दैत कहला जे बिहार मे दोसर हरित क्रांतिक शुरुआत भ रहल अछि, एहन मे हम अपन जमीन पर एहि प्रकारक प्रयोग क अनुमति नहि द सकैत छी। गौर करि जे शरद पवार एहि लेल नीतीश कुमार पर लगातार दबाव बनेने छलाह, जखन कि एहि प्रयोग लेल शरद पवार अपन राज्यक एक धूर जमीन देबा लेल तैयार नहि छलाह।
बिहारक किसान शुरू स एहि प्रस्तावक विरोध करि रहल छल। बहुराष्ट्रीय बीज कंपनी मोंसैंटो कए बिहारक एहि फैसला स पैघ धक्का लागल अछि। किसानक साफ कहब छल जे ओ अपन उपजाउ जमीन पर मोंसैंटो कए बीज क परीक्षण नहि करए देताह। किसान कए एहि बीज परीक्षक प्रति एकटा गैर सरकारी संगठन ‘तारा फाउन्डेशन’ जागरूक केने छल। ओकर ‘जीएम मुक्त बिहार अभियान’ किसानक बीच काफी असरदार रहल।
राज्य किसान आयोग क अध्यक्ष आ पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र नाथ वर्मा क अनुसार केंद्र सरकार क जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्राइजल कमेटी मोंसैंटो कए देश मे सात ठाम अपन बीज क फिल्ड ट्रायल क अनुमति देने छल, जाहि मे बिहार क दूटा जिला बेगूसराय आ भागलपुर छल। ज्ञात हुए जे एहि स पूर्व देश मे प्रथम जीएम खाद्य फसल क रूप मे बीटी बैंगन क मंजूरी केंद्र सरकार द्वारा देल गेल छल, जेकरा पर विरोध भेलाक बाद रोक लगा देल गेल।
एहि संबंध मे जानकारक कहब अछि जे नियमक अनुसार एहन कोनो प्रयोग लेल केंद्र सरकार तखन धरि अनुमति नहि द सकैत अछि जखन धरि राज्य सरकार एहि लेल तैयार नहि हुए। बिहार सरकार एहि लेल शुरू स तैयार नहि छल, बाद मे किसानक इच्छा कए देखलाक बाद राज्य सरकार अपन स्थिति साफ करि देलक।
सवाल अछि जे बिहारक जमीन एहन परीक्षण लेल कोना देल जा सकैत अछि जाहि लेल जर्मनी आ फ्रांस सन विकसित राष्ट्र तैयार नहि भेल छल, दोसर जे शरद पवार एहि लेल बिहार पर जोर लगा रहल छलाह, मुदा अपन राज्य मे एकर परीक्षण क मांग ठुकरा देने छलाह।
‘जी.एम. मुक्त बिहार अभियान’ क संयोजक आ ‘जी.एम. फ्री इंडिया गठबंधन’ क सदस्य पंकज भूषण कहला जे खाद्य सुरक्षा, किसान हित, पर्यावरण सुरक्षा आ बिहार क किसान क हित कए ध्यान मे रखैत कोनो हालत मे मोंसैंटो या कोनो अन्य कंपनी कए बी.टी. मक्का या कोनो आओर जी.एम. बीज क फिल्ड ट्रायल क अनुमति नहि दैल जा सकैत अछि। बिहार सरकार बी.टी. बैगन कए राज्य मे प्रतिबंधित करि एकटा मिसाल कायम केलक अछि। भारतीय किसान यूनियन क बिहार राज्य क प्रांतीय अध्यक्ष रामानुज सिंह क अनुसार मोंसैंटो जइसन अमेरिकी कंपनी आइ बीज पर अपन अधिकार जमेबा लेल एहन काज क रहल अछि, एहन बीज एलाक बाद परंपरागत बीज स्वतः लुप्त भ जाएत आ एहि कंपनीक अधिपत्य भ जाएत, किया कि एहन बीज स पुनः बीज पैदा नहि भ सकैत अछि। संगहि एहन बीज क फसल मानव शरीर क लेल मीठ जहर क सामान अछि। अतः बिहार सरकार क इ फैसला स्वागत योग्य अछि।
बिहार क कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह क कहब अछि जे राज्य मे किसान कए जैविक खेती पर ध्यान देबा लेल हम सब प्रयासरत छी, एहन मे बीज परीक्षण लेल जमीन देबाक सवाल कहां उठैत अछि, हम त किसान स जहरीला रासायनिक खाद क सेहो परित्याग करबा लेल कही रहल छी।