मुजफ्फरपुर । मुजफ्फरपुरी लहठी क निर्यात करबाक उद्देश्य स एकर प्रोत्साहन क कवायद शुरू भ गेल अछि। लहठी त एखनो विदेश जाइत अछि, मुदा एकर कोडिंग आन राज्य मे भ रहल अछि। आब सीधा निर्यात लेल लहठी क बार कोड अंकित करबाक अनिवार्यता क प्रति उद्यमी कए जागरूक करबाक योजना शुरू कैल गेल अछि। उद्यमी क आवेदन पर दिल्ली स टीम आबि रहल अछि आओर ओकर बार कोड मे रजिस्ट्रेशन होएत। सरकार स बार कोड रजिस्ट्रेशन भेलाक बाद कुल खर्च क 75 फीसदी हिनका भेट जाएत। ज्ञात हुए जे एहि ठामक लहठी मे शिल्पकला क खूबसूरती पर बॉलीवुड अभिनेत्री सेहो मुग्ध छथि। बारकोड नहि रहला स एहि ठामक लहठी त आन राज्यक उद्यमीक माध्यम स विदेश तक पहुंच गेल मुदा स्थानीय उद्यमी पर्याप्त जानकारी आ जागरूकता क अभाव मे लहठी क अपेक्षित निर्यात नहि करि पाबि रहल छथि। एहि स व्यवसायी आ कलाकार दूनू गोटे कए नीक दाम नहि भेट पबैत अछि। एहन मे आब उद्यमी आ कारीगर कए जागरूक करि अंतरराष्ट्रीय बाजार मे यूनिक आईडेंटिटी दियेबा समेत अन्य सुविधा उपलब्ध करेबाक पहल शुरू भ गेल अछि। एहि संबंध मे दू दिवसीय कार्यशाला सूक्ष्म, लघु मध्यम उद्योग संस्थान गौशाला मे 20 जनवरी स शुरू भ रहल अछि। एहि स जिला मे छोट, मंझोल आ पैघ करीब 400 लहठी निर्माण इकाइ कए फायदा पहुंचत। वर्ल्ड मार्केट मे अपन उत्पाद क गुणवत्ता साबित करबा लेल आकर्षक आ अंतरराष्ट्रीय पैकिंग सेहो जरूरी अछि। एकरा लेल बार कोड क रजिस्ट्रेशन सेहो जरूरी अछि। अधिकारीक कहब अछि जे कई बेर बार कोडिंग स न केवल यूनिक आईडेंटिटी भेटैत अछि, बल्कि निर्यात संबंधी अन्य सुविधा सेहो भेट जाइत अछि। ओ कहला जे बार कोडिंग मे उद्यमी कए कुल खर्च क 75 फीसदी केन्द्र सरकार देत मुदा इ राशि रजिस्ट्रेशन भेलाक बाद भेटत। लहठी मे बार कोडिंग ओकर पैकिंग पर होएत। दू दिवसीय कार्यशाला मे बार कोडिंग क लेल आयल आवेदन कए दिल्ली स्थित जीएस -1 कंपनी कए पठा देल जाएत। एकर बाद दिल्ली स एकटा टीम आउत। लिहाजा कार्यशाला लेल एखन धरि दू दर्जन आवेदन आबि चुकल अछि।