नई दिल्ली। राजनीति मे दोस्त आ दुश्मन स्थायी नहि होइत अछि। एकर सबस बेसी उदाहरण लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान अपन राजनीतिक जीवन मे द चुकल छथि। पांच टा सरकार मे लगातार मंत्री बनबाक हुनकर एकटा अलग रिकार्ड अछि। एहि बेर ओ चुनाव हारी गेलथि, ताहि लेल मंत्रिमंडल में नहि छथि, मुदा राजनीति मे जरूरत क दोसर नाम अछि। भ सकैत अछि रामविलास पासवान अगिला किछु दिन में मनमोहन सिंह क कैबिनेट मे देखा जाएथि। कांग्रेस आ लोजपाक बीच तार जोड़बा मे लागल एकटा पैघ नेताक अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष बिहार में एकटा पैघ नेता ताकि रहल छथि, ओतहि चुनाव हारलाक बाद रामविलास पासवान यूपीए क अंग त छथि, लेकिन एकटा पैघ पार्टी क जरूरत महसूस क रहल छथि, एहन मे कांग्रेस आ लोजपा एक दोसर कए मदद करबा लेल आगू आबि रहल अछि। नेता क दावा अछि जे कांग्रेस आलाकमान साफ करि देलथि अछि जे रामविलास अगर लोजपा कए कांग्रेस में विलय करबा लेल तैयार छथि त हुनका राज्यसभा मे आनल जा सकैत अछि। ज्ञात हुए जे जून तक राज्यसभाक किछु सीट खाली भ रहल अछि। मुदा लोजपा सूत्रक क कहब अछि जे रामविलास पासवान राज्यसभा टिकटक संग-संग कैबिनेट मे जगह सेहो चाही रहल छथि। गप एहि ठाम ठमकल अछि। बिहार मे एहि साल चुनाव अछि आ कांग्रेस लालू प्रसाद स दूरी रखबाक विार केने अछि, एखन मे ओकरा लग नीतीश कए मुकाबले कोनो पैघ नेता नहि भेट रहल अछि। मीरा कुमार बिहार जेबा लेल उत्सुक नहि छथि। दोसर दिस रामविलास पासवान अपने पारिवारिक पार्टी लोजपाक बल पर राजनीतिक पारी कए आगू नहि बढ़ा पाबि रहल छथि। लालू संग गठबंधन सेहो हुनका कोनो फायदा नहि पहुंचा रहल अछि। महिला आरक्षण पर जेना ‘यादवÓ गठबंधन सामने आयल ओहि स पासवान अपना कए उपेक्षित महसूस क रहल छथि, एहन मे हुनका लेल कांग्रेस एकटा नीक मंच मुहैया करा सकैत अछि। एहन मे कांग्रेस क संग हुनकर सौदेबाजी पटि जाए त कोनो आश्चर्यक गप नहि।
सूत्रक कहब अछि जे कांग्रेस पहिनो रामविलास क सामने प्रस्ताव देने छल जे ओ लोजपा क कांग्रेस मे विलय करि दथि, मुदा तखन ओ एकरा लेल राजी नहि छलथि। हालांकि एखनो दूनू पक्ष एहि मुद्दा पर किछु कहबा स बची रहल अछि, लेकिन सूत्रक कहब अछि जे गप लगभग अंतिम दौर मे अछि। अगर सबकिछु ठीकठाक रहल त अगिला मास तक लोजपा क कांग्रेस मे विलय भ सकैत अछि। इ देखब बाकी अछि जे पासवान केंद्र मे मंत्री हेताह बा दलित नेता क रूप मे कांग्रेस हुनका बिहार क अगिला मुख्यमंत्री क रूप मे प्रस्तुत करत। पासवानक उपयोग कांग्रेस उत्तरप्रदेश मे मायावतीक काटक रूप मे सेहो करबाक विचार करि रहल अछि।