आई पटना स ल कए अमेरिका तक बिहार क बदलाव चर्चा क विषय बनल अछि। पिछला लगभग पांच साल स नीतीश कुमार राज्यक मुखिया छथि। एकटा वर्ग एहि लेल हुनका श्रेय द रहल अछि। दोसर वर्ग सडक, बिजली आ उद्योग क हालत देखी विकासक गति मापबाक प्रयास करि रहल अछि। मुदा बिहार मे जे चुपचाप क्रांति भ रहल अछि ओकरा दिस ककरो ध्यान नहि जा रहल अछि। सच मानू त बिहार कए बदलिनिहार ओकर गाम आ शहर क लोक अछि जे बिना कोनो अखबार मे विज्ञापन निकाली अपन काज स अपन आ राज्यक सामाजिक आर्थिक आ राजनीतिक विकास कए रहल अछि। किया कि बिहारक मे जे बदलाव भ रहल अछि ओ कोनो एकटा नेता या एकटा तार्किक सिद्धांत क बल पर नहि भ सकैत अछि। समाद एहने किछु लोकक संबंध मे समय समय पर जानकारी दैत रहल अछि। एहि नव कडी मे प्रस्तुत अछि समदिया क तीन गोट खास रपट जाहि मे एहन बिहार नवनिर्माता क बारे मे बताउल गेल अछि जे अपनो नहि बुझि पाबि रहल अछि जे ओ राज्यक विकास लेल भ रहल खामोश क्रांतिक अग्रदूत छथि।
गार्डन रोड देखी मन गार्डन-गार्डन भेल
मोतिहारी। हर गाम कए सड़क स जोड़बाक इ कोनो सरकारी योजना नहि, बल्कि गामवाला क सामूहिक प्रयास क नतीजा छी जे पूर्वी चंपारण क मेहसी क सुलसाबाद क लोक आब अपन बनाउल सड़क पर चलैत छथि। ग्रामीण श्रमदान क बल पर डेढ़ किलोमीटर लंबा आ 12 फुट चौड़ा सड़क क निर्माण केलथि अछि। इ सड़क आब गार्डन रोड क नाम स जानल जाइत अछि। मेहसी प्रखंड कार्यालय क ठीक सामने रेलवे लाइन क पार अछि सुलसाबाद गाम। दू दशक पूर्व गाम कए मेहसी बाजार स जोड़बा लेल लीची क गोछी स भ कए जीर्ण-शीर्ण पगडंडीनुमा सड़क छल। बरखा क समय मे एहि सड़क स स्टेशन आ बाजार तक जाएब काफी मुश्किल छल। एकर दशा देख गामक लोक छठ क दिन घाट पर बैठक केलथि आ तय भेल जे एहि सड़क कए ठीक करबाक अछि किया कि दोसर सड़क जे गाम कए बाजार स जोड़ैत छल ओ तीन-तीन किलोमीटर क चक्कर कटवैत अछि। बैठक क दोसरे दिन भोरे भोर चार बजे गाम युवक कोदारि ल बाट पर पहुच गेलाह, एकर बाद की छल सब बैसक लोक सडक बनेबा में जुटी गेल। प्रतिदिन करीब 20 स 30 मीटर सड़क क निर्माण होइत रहल। एक माह मे लीची क बाग स एकटा खूबसूरत सड़क बनि कए तैयार भ गेल। इ सड़क पूरा प्रखंड मे आदर्श अछि, किया कि गाछी स गुजरैत एतबा लंबा सड़क आओर नहि अछि। एहि सड़क स सिर्फ सुलसाबाद गामक लोक नहि बल्कि कल्याणपुर आ चकिया प्रखंड क लोक कए सेहो आराम भेल अछि।
थाकि गेलाह त थामि लेलथि कोदारि
रक्सौल (पू.च) । बिहारी जखन ठानि लैत अछि त पत्थर सेहो पाइन बनि जाइत अछि..। किछु एहने भेल तुमरिया टोला मे। एहि ठामक लोक रक्सौल रेलवे स्टेशन आ बॉर्डर पिलर संख्या 393 आ 394 कए जोड़ैवाला जर्जर सड़क कए श्रमदान स बना लेलथि अछि। एहि सड़क क दशा एहन भ चुकल छल जे ओहि पर पैदल चलब सेहो खतरा स खाली नहि छल। सड़क गड्ढा मे तब्दील भ चुकल छल। बरखाक समय मे त जलजमाव आ कादो आम बात छल। एहि टोला क ग्रामीण जनप्रतिनिधि स गुहार लगबैत -लगबैत थाकि चुकल छलाह। प्रशासन आ नेता सिर्फ आश्वासन दैत रहलाह। जखन गप ओहि स आगू नहि बढल त लोक अपन दम पर सडक बनेबाक ठान लेलथि। ग्रामीण क बैठक भेल आ एहि जर्जर सड़क क मरम्मत करबाक सर्वसम्मति स निर्णय भेल। करीब 12 फुट चौड़ा सड़क कए ग्रामीण सब चारि फुट ऊंच सेहो बनौलथि। ग्रामीणक जोश देखि हुनकर मदद लेल अभियंता भरत प्रसाद सिन्हा सेहो सामने एलथि, हुनकर देखरेख मे एकटा पुलिया क सेहो निर्माण भेल। आब इ सड़क पर छोट-मोट नहि, बल्कि पैघ वाहन सेहो धड़ल्ले स दौड़ि रहल अछि। सडक लेल स्थानीय वार्ड पार्षद ईंट क व्यवस्था जरूर करौलथि अछि।
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