पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्पष्ट केलथि अछि जे राज्य क प्राथमिक आ माध्यमिक विद्यालय मे बहाल कैल गेल शिक्षक क सेवा ठेका पर नहि, बल्कि नियमित अछि।
विधान परिषद् मे कांग्रेस क अरूण कुमार आ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी क बासुदेव सिंह क ध्यानाकर्षण प्रस्ताव क जखन शिक्षा मंत्री पीके शाही जवाब द रहल छलाह, तखने हस्तक्षेप करैत कुमार कहला जे प्राथमिक आ माध्यमिक विद्यालय मे शिक्षक क नियुक्ति पंचायत करैत अछि। ओ कहला जे एहि शिक्षक क लेल जे सेवा शर्त क गठन कैल गेल अछि, ओकर अनुसार वेतन सरकार द रहल अछि, मुदा एक तरह स इ अनुदान छी। मुख्यमंत्री कहला जे एहि शिक्षक क नियुक्ति ककरो अनहार मे राखि कए नहि केल गेल अछि, नीयत वेतन पर नियुक्ति कैल गेल अछि। एहि साल एखन धरि दू बेर वेतन मे बढ़ोत्तरी कैल जा चुकल अछि। ओ कहला जे आर्थिक स्थिति मे सुधार आउत त वेतन आओर बढ़ाउल जाएत। एहि लेल सबहक सहयोग क जरूरत अछि।
कुमार कहला जे एहि स पहिने स्कूल मे शिक्षा मित्र कए 1500 टका देल जाइत छल आ इ सरकार एहि शिक्षक कए नियोजित आ नियमित केलक अछि। ओ कहला जे पहिने 25 लाख बच्चा स्कूल स बाहर छल, मुदा आइ संख्या घटल अछि। मुख्यमंत्री कहला जे एहन भ्रांति फैला देल गेल अछि जे एहि शिक्षक कए अनुबंध क आधार पर नियुक्त कैल गेल अछि, जे सच्चाई स परे अछि। शिक्षक क बहाली जहि नियमावली क तहत कैल गेल अछि ओकर अनुसार स हुनका हटाउल नहि जा सकैत अछि। ओ कहला जे अप्रशिक्षित शिक्षक क लेल प्रशिक्षण क व्यवस्था कैल जा रहल अछि। कुमार कहला जे शिक्षा क अधिकार क कानून कए राज्य मे लागू करबाक अछि । एकरा लेल काफी टका चाही, मुदा केन्द्र सरकार एहि मामला मे कोनो सहयोग नहि करि रहल अछि।