2012 तक सब घर मे पहुंचत बिजली
पटना। बिजली क कमी स जूझि रहल बिहार के लोक लेल उम्मीदक ईजोत देखा रहल अछि। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे क मानि त 2012 तक बिहार अनहार नहि रहत आ सब घर मे लालटेन क स्थान पर बल्ब लागि जाएत। एनटीपीसी मे एकटा यूनिट क उद्घाटन करबा लेल बाढ़ आयल शिंदे कहला जे 2012 तक बाढ़ मे एनटीपीसी परियोजना स बिजली उत्पादन शुरू भ जाएत, एहि स बिहार कए 500 मेगावॉट बिजली भेटत। बाढ़ एनटीपीसी क बाद शिंदे गया-डोभी मार्ग पर बार गाम क लग मे 765, 400, 220 युनिट क विद्युत उपकेंद्रक आधारशिला रखलथि। जेकर निर्माण क जिम्मेदारी पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया कए देल गेल अछि। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री कहला जे 2011 मे शुरू भेला पर इ यूनिट उत्तर-पश्चिम क्षेत्र क लेल प्रवेश द्वार बनि कए उभरत। एहि केन्द्र स बिहार क संग-संग झारखंड, पश्चिम बंगाल आ उड़ीसा मे विद्युत आपूर्ति नियमित भ सकत। ओ कहला जे बिहार मे बिजली क खपत बढ़ी रहल अछि, एहन में राज्य सरकार कए उत्पादन बढ़बा लेल तत्काल डेग उइेबाक चाही, कमजोर पड़ल ट्रांसमिशन लाइन कए सेहो ठीक करब जरूरी अछि। बिजली निर्माण राज्य शुरू करत त भारत सरकार ओकर हर सहायता करबा लेल तैयार अछि। 28 अप्रैल कए दिल्ली मे शिंदे बिजली क समस्या कए दूर करबा लेल बिहार स प्रतिनिधिमंडल कए बजौलथि अछि, जाहि मे ऊर्जा राज्य मंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह अपन अधिकारीक संग भाग लेताह।
एकर संगहि शिंदे कहला जे सूबा क धार्मिक आ ऐतिहासिक महत्ववाला स्थल पर अंडरग्राउंड केबल द्वारा बिजली क सप्लाई कैल जाएत। ऊर्जा मंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह क आग्रह पर शिंदे कहला जे बिहार आब अनहार नहि रहत। जतए स होएत बिहार कए आपूर्ति करब। बशर्ते राज्य सरकार सेहो बिजली उत्पादन करबा मे केन्द्र क सहयोग करए। ओ कहला जे बिहार मे बिजली क कम प्रोजेक्ट लगाउल गेल अछि। जे लगाउल गेल अछि ओहि मे सबटा केन्द्र सरकार क अछि। 8वीं, 9वीं आ 10वीं पंचवर्षीय योजना मे 56 हजार मेगावाट बिजली क निर्माण भेल। जे कम अछि। 11वीं पंचवर्षीय योजना मे 78 हजार मेगावाट बिजली तैयार करबाक लक्ष्य अछि। एहि लेल राज्य क सहयोग जरूरी अछि। एहि स पूर्व शिंदे वजीरगंज मे राष्ट्रीय समविकास योजना स निर्मित 132/33 केवी क विद्युत उपकेन्द्र क उद्घाटन केलथि।