गुजरात क राजकोट कए देश मे पांचम स्थान
पटना । उदारवाद आ वैश्वीकरणक एहि युग मे जतए लोक क बढ़ैत महत्वाकांक्षा स देश भरि मे आत्महत्याक क घटना मे लगातार बढोतरी भ रहल अछि ओतहि विकास क बाट पर सबस तेज चलि रहल बिहार एहि मामला मे सबस पाछु अछि। कहबा लेल बिहार मे सेहो आत्महत्या क घटना होइत अछि मुदा राज्य मे आत्महत्या क दर देश मे सबस कम अछि। समाजशास्त्री सबहक कहब अछि जे एकर कारण सेहो साफ अछि, फणीश्वरनाथ रेणु क एहि बिहार क लोग गरीबी और दुख क बावजूद हंसबाक कला जनैत अछि। बिहार मे लोकक जीबाक इ बिंदास अंदाज आइ पूरा विश्व लेल प्रेरणास्रोत बनि चुकल अछि। बिहारक युवा आइ लक्ष्य प्राप्त करबा लेल जी त लगा दैत छथि मुदा जान लगेबा लेल तैयार नहि छथि। सफलता नहि भेटला पर बिहार क लोग उम्मीद नहि छोडैत अछि, बल्कि आओर मजबूत भ फेर स सफलता लेल प्रयासरत भ जाइत अछि। चाहे ओ कोसी क किसान हुए बा मेडिकल परीक्षा क तैयारी क रहल छात्र, सब हार मानबा लेल तैयार नहि अछि।
वर्ष 2012 लेल जारी नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो क रिपोर्ट क अनुसार सुसाइड रेट मे सिक्किम शीर्ष पर अछि। ओहि ठाम आत्महत्या क दर प्रति लाख 29.1 अछि। ओतहि प्रति लाख 24.9 क दर स तमिलनाडु दोसर स्थान पर अछि आ 24.3 क दर स केरल तेसर स्थान पर अछि। देश मे सुसाइड रेट वर्ष 2011 (11.2) स वर्ष 2012 (11.1) मे मामूली तौर पर कम अछि। जखनकि बिहार मे सुसाइड रेट 0.8 अछि जे राष्टÑीय दर स काफी नीचा अछि। ओना केंद्र शासित प्रदेश लक्ष्यद्वीप मे आत्महत्या दर शून्य रिकार्ड कैल गेल अछि। राष्टÑीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो क आंकड़ा क अनुसार गुजरात क राजकोट देश क पांचटा ओहन शहर मे शामिल अछि जतए सबस बेसी आत्महत्या क घटना होइत अछि। एनसीआरबी क आंकड़ा क अनुसार कोल्लम प्रति लाख 39.3, भिलाई मे 33.6, चेन्नई आ राजकोट मे 28 आ जबलपुर मे 27.7 सुसाइड रेट अछि। वर्ष नवीनतम आंकड़ा क अनुसार वर्ष 2012 क दौरान केरल मे 8,490 लोक अपना कए मारि लेलक। केरल मे पिछला साल पूरा देश क 6.3 फीसदी आत्महत्या क घटना भेल। आत्महत्या क घटना क अनुसार केरल सातम स्थान पर अछि। ओतहि तमिलनाड़ु मे पिछला साल आत्महत्या क सबस बेसी (16,927) घटना भेल। महाराष्ट्र 16112 घटना क संग दोसर स्थान पर रहल।