नरेंद्र मोदी पर जे राजग मे बहस भ रहल अछि ओ सच पूछू त एक प्रकार स राजग कए जीवित क देलक अछि। पिछला किछु साल स राजग एकटा गठबंधन कम आ दल बेसी लागि रहल छल। लोक बिसरी गेल छल जे गठबंधन मे शामिल दल भाजपा क संग चलबा लेल किछु शर्त रखने छल। शर्त भाजपा पर छल ताहि लेल ओकर पालन करब सेहो भाजपा क जिम्मेदारी अछि। जखन जदयू इ चेतावनी देलक जे अगर कोनो कट्टरवादी चेहरा कए राजग क प्रधानमंत्री पद क उम्मीदवार क रूप मे पेश कैल गेल त ओ गठबंधन स बाहर भ जाएत, त अचानक लागल जे राजग मे टूट क आशंका उत्पन्न भ गेल अछि। मुदा सवाल अछि जे इ गठबंधन टूटत किया। एहन कोन नव गप भ गेल जे भाजपा कए मंजूर नहि अछि। कट्टरवादी चेहरा आ कट्टरवादी सोच कए त्याग त भाजपा ओहि दिन क देने छल जहिया राजग गठित भेल। राजग लेल साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनल छल। भाजपाक उदारवादी आ समझौतावादी पक्ष राजग क निर्माण केने अछि, फेर ओ कट्टरवादी सोच क नाम पर गठबंधन किया तोडत। कट्टरवादी सोच त राजग मे कहियो शामिले नहि भेल छल। भाजपा क संघ समर्थक नेता जे कहैथि, संघ जे बयान जारी करै, मुदा भाजपा क अंत:पुर इ गप मानैत अछि जे भाजपा 1996 मे इ तय क चुकल अछि जे ओ अपन कट्टर हिंदुत्वक एजेंडा क आधार पर सरकार नहि बना सकैत अछि आओर एहि लेल राम मंदिर, समान आचार संहिता आ जम्मू कश्मीर स धारा 370 कए हटेबा सन तीनटा विवादास्पद मुद्दा कए अलग रखला पर सहमति बनलाक बाद राजग क गठन कैल गेल। इ बदलल रुख कए आरएसएस क सेहो समर्थन प्राप्त छल। भाजपा क अंत:पुर इ सेहो जनैत अछि जे मोदी अटल नहि छथि आ भाजपा कए मोदी सन कट्टरवादी चेहरा राजग लग प्रस्तुत करब मुश्किल अछि। ताहि लेल भाजपा क कोनो पैघ नेता नीतीश कए उत्तर देबा लेल सामने नहि एलाह। इ दूनू पक्षक दिमाग मे छल जे गठबंधन टूटत किया। अगर कट्टरवादी चेहरा राजग कए स्वीकार रहिते त बहुत पहिने इ गठबंधन खत्म भ गेल रहिते आ घटक दल भाजपा मे विलय क गेल रहिते। ओना इ सेहो सच अछि जे भाजपा मे सब दिन दू तरह क सोच रहल अछि। एकटा राय इ रहल जे अगर पार्टी कए सत्ता चाही त राजग सन पैघ समूह क जरूरत अछि किया कि कट्टर चेहरा कए आगू करि कए सरकार नहि बनाउल जा सकैत अछि। दोसर राय इ अछि जे 1996 क पहिने क अपन विचारधारा मे पार्टी कए घुरी एबाक चाही। पार्टी मे इ राय रखनिहार कहियो बेसी संख्या मे नहि छलाह आ इ सब राजग क समर्थक सेहो नहि छलाह। नीतीशक एहि बयान स दरअसल संघ क ब्लू प्रिंट कए धक्का लागल अछि। मोदी आगू बढला त नीतीश डेग पाछु खींच लेताह। ताहि लेल एखनो भाजपा स बेसी संघ जदयू स तौल-मौल करबाक फिराक मे अछि।
एहि पूरा मामला स घटक दल तकबाक ओहि प्रयास कए पैघ झटका अछि जाहि स भाजपा फेर केंद्र मे सत्तासीन भ सकैत छल। भाजपा क सामने यक्ष प्रश्न इ अछि जे ओकर पुरान संगी बरकरार रहेगा बा नहि? एहन मे भाजपा कए डरेबा लेल इ बयान काफी अछि आ शायद नीतीश एहि सच कए बुझैत छथि। राष्ट्रपति चुनाव क मसला पर एक बेर फेर शिवसेना ओकरा स अलग भ गेल अछि। मोदी पर नीतीश क हमला क बाद भाजपा लग बाट बहुत कम बचल अछि। मोदी क बढैत डेग कए रोकब राजग कए बढेबा लेल नहि बल्कि बचेबा लेल जरूरी भ गेल अछि। भाजपा इ जनैत अछि जे नीतीश कए अगर गठबंधन स बाहर क दैत छी त ममता, नवीन, चंद्राबाबू आ जयललिता सन नेता कए राजग मे अनबाक बाट बंद भ जाएत। भाजपा इ सेहो जनैत अछि जे मोदी नीतीश स बेसी देश मे लोकप्रिय भ सकैत छथि मुदा घटक दल कए समेटबा मे नीतीश मोदी स मजबूत नेता छथि। एकर सबूत तखन सेहो भेट गेल जखन नीतीशक बयान कए तृणमूल आ राकंपा सन दल स्वागत केलक।
नीतीश क इ बयान भाजपा मे सत्ता संघर्ष क कारण सेहो आयल ताहि लेल गठबंधन टूटबाक आशंका निराधार अछि। मोदी आ नीतीश मे राजग लेल नीतीश बेसी मजबूत देखा रहल छथि किया कि मोदी क विरोध हुनक दल मे सेहो भारी मात्रा मे भ रहल अछि। हुनका पहिल समर्थन त बिहारक उप मुख्यमंत्री क रूप मे भेटल। सुषमा स्वराज, अरुण जेटली आ राजनाथ सिंह सेहो प्रधानमंत्री क रेस मे अपना कए मानैत छथि। एकर अलावा रमन सिंह आ शिवराज सिंह चौहान सन डार्क हॉर्स सेहो कोनो रूप मे कखनो दावेदारी लेल प्रकट भ सकैत छथि। किछु दिन पूर्व आडवाणी साफ क चुकलाह अछि ओ एखन मैदान नहि छोडलाह अछि। सुषमा स्वराज लोकसभा मे अपन प्रदर्शन स खुद कए साबित सेहो क चुकल छथि जे बतौर नेता प्रतिपक्ष ओ प्रधानमंत्री क दावेदार छथि। मोदी आ सुषमा मे चुनाव हुए त नीतीश शायद सुषमा क साथ जेताह। अरुण जेटली पार्टी क उदारवादी चेहरा छथि आ अपन काबलियत क दम पर ओ पार्टी क संकटमोचक बनैत रहलाह अछि। नीतीश कुमार स हुनक संबंध मधुर अछि। द दूनू नेता राजग मे घटक दल बढेबा मे मोदी स बेसी मददगार साबित भ सकैत छथि। आब गप करि क्षत्रप सबहक त शिवराज सिंह चौहान आ रमन सिंह सन नेता क त दू दू बेर मुख्यमंत्री बनि चुकल अछि, संघ क पृष्ठभूमि रहितो पार्टी क उदारवादी चेहरा अछि आ प्रशासनिक क्षमता पर सेहो सवाल नहि उठाउल जा सकैत अछि। एहन मे मोदी कए काटबा लेल नीतीश त केवल मोहरा मात्र लागि रहल छथि। मोदी क अश्वमेध यज्ञ क घोडा कए रोकबा लेल नीतीश एकटा नाम मात्र अछि। अगर मोदी प्रधानमंत्रीक उम्मीदवार बनैत छथि त ओ केवल राजग लेल बिखराव नहि होएत बल्कि भाजपा लेल सेहो दरार क कारण बनत। एहन मे इ कहब जल्दीबाजी होएत जे भाजपा स उदारवादी चेहराक मांग करला पर जदयू स संबंध तोडबा लेल भाजपा तैयार भ जाएत। निश्चित रूप स सत्ता तक पहुंचबा लेल भाजपा अपन कट्टर हिंदुत्वक एजेंडा कए एक बेर फेर नुकेबाक प्रयास करत।
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मिथिला मंच पर मोदी नीतीश प्रकरण कतेक उचित पता नहीं
मुदा मिथिलाक कोनो खास लाभ नीतीशस नहीं भेलैक
ई टूटे आ बीजेपी अपन बल पर आबय मिथला राज्यक बात मानि सकैत अछि एक रास्ट्रीय पार्टी अछि
नीतीश व लालू तैया न ही हेताह
ओना नीतीश के मोदी क विरुद्ध बज्क कोनो आधार नहीं छनि
नीतीश के बारे में जे ओ NDA छोड़त हम २ वर्ष पूर्व मोहन भागवत के लिखी के देने छियेन्ही
मिथिला मंत्र यदि प्रभवे एहो जतीय्ताक माहिर के हराओल जा सकैत अछि
Thanks for writeing such iformative write up, but i do not understand how anyone compare Nitish and Modi,Bihara has improve a lot its true but Gujarat has laready developed.Many MNC like TCS are available in Gujarat where 20000 employees are working only in TCS.
Do we have any such MNC in Bihar.We have recruited all the lower level teacher .is this development or this is votebank politics?
As far Education is concern Bihara raj was far better.
Nitish is only doing politics for Muslim votebank.
Just check speech on both of them you will always find a huge difference.
Modi has been CM for the third term and so is Nitish. Nitish has been in power either at Center or in Laloo Raj and his own Magadh Raj since 1980. There is enough data to compare two men. I will only address only his violation of coalition dharm. People of Mithila and South Bihar voted for NDA government in the State and the Federal elections. Now he has decided to vote for Pranan Mukherjee, a corrupt Congress leader, who never made public names of those political leaders whose black money(blood money of Aam Admi) is in foreign banks.
This is going against all major coalition partners of NDA.
We demand resignation of Nitish Kumar as he is breaching confidence of janata of North Bihar(Mithila) and South Bihar(Magadh). Nitish is a opportunist leader of Magadh not of Minthila and no match to Modi.
We people of Mithila invite Modi to come to Bihar and dislodge opportunist Nitish.