पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला अछि जे केंद्र सरकार जेना बिहार क चाउर लेबा मे भेदभाव क रहल अछि एहन भेदभाव केवल बिहार क संग संभव अछि। विधानसभा मे एकटा सवाल क उत्तर दैत मुख्यमंत्री कहला जे अगर इ कहानी उत्तर प्रदेश बा पंजाब क रहिते त ओहि ठामक लोक दलगत भावना स ऊपर उठि कए एकजुट भ केंद्र पर दबाव बना दइतथि मुदा बिहार मे किसान लेल एहन एकजुटता देखबा लेल नहि भेट रहल अछि।
ओ कहला जे राज्य मे पैक्स क माध्यम स शुरू कैल गेल धान खरीद कार्यक्रम मे केंद्र दिस स लगातार भेदभाव भ रहल अछि। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) दिस स तैयार कैल गेल चाउर कए तेजी स नहि लेल जा रहल अछि। मुख्यमंत्री कहला जे जेतबा तेजी स एफसीआई कए चाउर लेबाक चाही ओ नहि ल रहल अछि। इ बिहार संग भेदभाव अछि । बिहार क चाउर केंद्र कीनबा मे आनाकानी करैत रहल अछि। पिछला सालक चाउर सेहो एखन तक एफसीआई नहि कीनलक अछि। ओ एखन धरि अटकल अछि। नीतीश कहला जे 2012 मे बिहार किसान क धान क खरीद लेल एकटा तंत्र विकसित केने छल। एफसीआई कए ‘क्वालिटी कंट्रोलर जेतबा संख्या मे चाही, ओ नहि अछि। मुख्यमंत्री कहला जे हुनकर सरकार धान क कुटाई लेल मिल क व्यवस्था केलक । पहिने उत्तर प्रदेश आ पंजाब मे बिहार क धान क कुटाई होइत छल। नीतीश कहला जे सरकार चाहैत अछि जे किसान कए ओकर उत्पाद क न्यूनतम समर्थन मूल्य प्राप्त हुए ताहि लेल दलगत भावना स ऊपर भ केंद्र लग आवाज बुलंद करब जरूरी अछि। नेता प्रतिपक्ष अब्दुल बारी सिद्दिकी आरोप लगेलथि जे राज्य मे अनाज क भंडारण क समस्या अछि ताहि स भारी मात्रा मे अनाज सडि जा रहल अछि। ओ कहला जे अगर बिहार क संग भेदभाव भ रहल अछि त विपक्ष सेहो सरकारक संग अछि।
एहि पर खाद्य आ उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक कहला जे 18 फरवरी तक बिहार राज्य खाद्य निगम द्वारा 15 लाख टन चाउर मे स एफसीआई कए 11 लाख टन तैयार चाएर उपलब्ध करा देल गेल छल। एफसीआई लग गुणवत्ता नियंत्रक सहित भंडारण क्षमता क अभाव अछि ताहि स तैयार चावउर कीनबा मे अपेक्षित गति नहि आबि रहल अछि। बेर बेर अनुरोध क बावजूद गति धीमा अछि। ओ कहला जे रबी विपणन वर्ष 2012-13 मे राज्य सरकार 5.16 लाख टन गेहूम क खरीद करबाक लक्ष्य रखने अछि एहि मे स 3.78 लाख मीट्रिक टन आवक क बाद एफसीआई कए उपलब्ध करा देल गेल अछि।
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