नई दिल्ली । देश क दोसर सबस पैघ तेल मार्केटिंग कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पाेरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) बिहार मे अपन दूटा चीनी मिल मे तैयार चीनी कए बेचबा लेल सार्वजनिक क्षेत्र क एकटा कारोबारी एजेंसी स गठजोड़ करबाक कोशिश करि रहल अछि। एहि दूनू मिल क सम्मिलित क्षमता 7,500 टन प्रतिदिन अछि आ एहि मे दिसंबर स गन्ना क पेराई शुरू भ जाएत।
कंपनी क चेयरमैन आ प्रबंध निदेशक एस रॉय कहला, दूनू मिल क परिचालन दिसंबर स शुरू भ जाएत। एहि मिल स चीनी क संग एथेनॉल क उत्पादन सेहो होएत। एथेनॉल क इस्तेमाल हम अपन पेट्रोल मे मिलेबा लेल करब। एहि कारण स हम चीनी बेचबा लेल एकटा मार्केटिंग कंपनी क संग गठजोड़ पर विचार करि रहल छी।
ओ कहला जे अगर इ मिल 120 दिन चलैत अछि (उत्तर आ पूर्वी राज्य क अधिकतर चीनी मिल मे आमतौर पर एतबे दिन पेराई होइत अछि) त एचपीसीएल हर सत्र मे 80,000 स 85,000 टन चीनी क उत्पादन करि सकत। एचपीसीएल जाहि कंपनी क संग गठजोड़ पर विचार करि रहल अछि ओहि मे स्टेट ट्रेडिंग कॉर्पाेरेशन आ राज्यस्तरीय मार्केटिंग फेडरेशन शामिल अछि।
देश क तमाम दोसर चीनी उत्पादक मिल क भांति एचपीसीएल कए सेहो केंद्र सरकार क लेवी क शर्तें मानबाक अछि। मौजूदा लेवी प्रणाली क तहत मिल जेतबा चीनी उत्पादन करैत अछि ओकर 20 फीसदी हिस्सा केंद्रीय खाद्य मंत्रालय कए सब्सिडी दर पर बेचैत अछि, जेकरा सरकार बीपीएल परिवार कए वितरित करैत अछि।
चीनी उत्पादन मे आईल कमी कए देखैत मौजूदा चीनी साल मे (अक्टूबर-सितंबर) मे लेवी सीमा बढ़ाकए 20 फीसदी करि देल गेल अछि। अक्टूबर स शुरू भ रहल मौजूदा चीनी सत्र मे अगर चीनी क उत्पादन बढ़ैत अछि त लेवी कए कम कैल जा सकैत अछि।
खास गप इ अछि जे एहि दूनू चीनी मिल क संग 1000-1000 मेगावॉट क सह ऊर्जा उत्पादन संयंत्र सेहो लागि रहल अछि। एहि मिल स रोजाना करीब 60 किलोलीटर एथेनॉल क उत्पादन कैल जाएत। एचपीसीएल एहि चीनी मिल क पुनरुत्थान आ एहि मे नव सुविधा उपलब्ध करेबा लेल 600 करोड़ टका खर्च क रहल अछि। इ दूनू मिल 75 साल स बेसी पुरान अछि आ 1996 स बंद पड़ल अछि।





