सरिता सुमन
पटना। इन्द्रपुरी मे 450 मेगावाट क्षमता कए प्रस्तावित जल विद्युत परियोजना स्थापना कए जिम्मेवारी जिन्दल पावर कए भेटबाक आसार अछि। सब स कम विद्युत दर जिंदल कए मानल जा रहल अछि। प्रस्ताव पर निर्णय बुधवार कए होबाक छलि, लेकिन जिन्दल आ रिलायंस क अनुरोध पर तिथि बढ़ा देल गेल। अब अंतिम निर्णय 25 नवम्बर कए होएत। टेंडर मे शामिल कम्पनी दस दिन क समय बढ़ेबाक अनुरोध केने छएल।
जल संसाधन विभाग क समक्ष समस्या बनल इन्द्रपुरी जलाशय योजना कए निजी क्षेत्र मे स्थापित करबा कए दिशा मे बिहार हाइड्रो पावर कापोरेशन (बीएचपीसी) सफल भेल। परियोजना क लेल भू-अर्जन कए समस्या क निदान कए जिम्मा सेहो निवेशक कए देल गेल अछि। परियोजना स उत्तरप्रदेश कए 1600 हेक्टेयर भूमि प्रभावित होएत, जबकि बिहार कए 400 आ झारखंड क 400 हेक्टेयर भूमि क किसान प्रभावित होएत। एहि मे पुनर्वास कए समस्या भी आओत।
परियोजना मे आठ कम्पनी एक-एक लाख टका जमा करै क अपन रुचि दिखेलक अछि। एहि मे जिन्दल पावर कए प्रस्ताव अव्वल आएल। अन्य कम्पनी मे टाटा पावर, रिलायंस आ कल्पतरु शामिल सेहो अछि। इ सब कम्पनी क बीच न्यूनतम विद्युत शुल्क कए स्पर्धा भ रहल अछि। एहि क आधार पर ही कार्य आवंटित कएल जाएत। परियोजना स्थापित करबाक लेल निजी कम्पनी कए उत्तरप्रदेश आ झारखण्ड सरकार क अलावा पर्यावरण मंत्रालय कए सहमति प्राप्त करबाह होएत। ऊर्जा विभाग एकल जिम्मेवारी बिहार राज्य जल विद्युत निगम कए सौंपलक अछि। निगम परियोजना निजी क्षेत्र मे स्थापित करबाक लेल निवेशकों कए सेहो आमंत्रित केलक।