नई दिल्ली। रेलमंत्री ममता बनर्जी 24 फरवरी कए रेल बजट पेश करतथि। पिछला एक सालक उपलब्धि कए देखैत इ रेल बजट बहुत दिनक बाद सरकारक संग-संग आम लोककमाथ पर पसीना द सकैत अछि। लालू प्रसाद क खिलाफ ‘वाइट पेपरÓ क अलावा ममता दीदी क खाता मे एकटा महत्वपूर्ण उपलब्धि इ रहल जे रेलवे क आमदनी फेर बैक गेयर मे लागि गेल अछि। यात्री किराया और माल भाड़ा दूनू क्षेत्र मे आमदनी कम भेल अछि, दोसर दिस खर्च बेहिसाब बढ़ल अछि। रेल मंत्रालयक एकटा अधिकारि नाम नहि छपबाक शर्त पर कहलथि जे इ हाल रहल त अगिला साल तक लालू प्रसाद स पूर्व जे रेलवे क हाल छल से भ जाइत। जानकारक कहब अछि जे महंगाई कए देखैत ममता लेल यात्री किराया या माल भाड़ा बढ़ाएब मुश्किल अछि। ममता अगर रेलक आमदनी बढ़ेबा लेल निजीकरणक सहारा लैत छथि त वामपंथ एकरा मुद्दा जरूर बनाउत। एहन मे कम भ रहल आमदनी कए बढ़ेबा लेल ममता कए कठोर निर्णय लेब मजबूरी अछि, नहि त रेलवे एक बेर फेर घाटा मे चल जाइत।
ओना मौजूदा वित्त वर्ष क दौरान रेल मंत्री ममता बनर्जी बहुत व्यस्त रहलीह। रेल बजट पेश करबाक बाद ओ नव-नव ट्रेन क घोषणा करबा मे व्यस्त रहलीह। लालू प्रसाद कए बिहार स आगू नहि देखिनिहार कही अधिकतर ट्रेन आ परियोजना पश्चिम बंगाल क खाता मे द अपना कए राष्ट्रीय कहैत रहलीह। पिछला साल 30 दिसंबर तक ओ 35टा नव सवारी गाड़ी, 7 दूरंतो आओर एकटा युवा ट्रेन कए हरी झंडी देखेलथि। एकर अलावा 17 अन्य रेलगाड़ी बढ़ेलथि आ 8टा गाड़ी क मार्ग विस्तार कैल गेल। एकर अलावा बनर्जी क ज्यादातर सप्ताहांत बजट मे घोषित रेल बुनियादी ढांचा क परियोजना पर आयोजित सेमिनार मे गुजरल। एकर बावजूद ज्यादातर परियोजना सेमिनार तक सीमित रहिकए ठंडा बस्ता मे चलि गेल। हालत इ अछि जे पिछला बजट क कईटा परियोजना कए एखन तक सरकारी अनुमति क इंतजार अछि। आब जखन ममता बनर्जी कए शायद एक्शन रिपोर्ट क चिंता भेल त पिछला किछुसप्ताह क दौरान किछु परियोजना क काज आनन-फानन मे आगू बढ़ा रहल छथि। मुदा एकरो लेल बंगाल स आगू नहि बढि़ रहल छथि। बनर्जी क दिस स पैघ संख्या मे घोषित बुनियादी ढांचा उपक्रम मे स एकटा कोलकाता क निकट कंचरापाड़ा-हालिसर रेलवे परिसर मे प्रस्तावित रेल कोच कारखाना क स्थापना अछि, जाहि मे ओ खास रुचि देखा रह छथि। कोलकाता क वैगन निर्माता कंपनी बर्न स्टैंडर्ड क रेलवे क दिस स अधिग्रहण क योजना पर सेहो हुनकर खास कृपा अछि। वैगन निर्माता कंपनी क परिसंपत्ति आ दायित्व क अधिग्रहण क काज कए अंजाम देबा लेल सार्वजनिक क्षेत्र क कंपनी राइट्स कए नियुक्त कैल गेल अछि। आशा अछि जे एहि वित्त वर्ष मे मंजूरी (अधिग्रहण क लेल) भेटल जाइत। दोसर दिस सिंगुर मे प्रस्तावित देश क पहिल रेल स जुड़ल पेरिशेबल कार्गो सेंटर क लेल ममता आफन तोडऩे छथि। अधिकारिक कहब अछि जे रेल मंत्री एकर खाका तकतैयार नहि भेला स तमसायल छथि। पिछला साल नवंबर मे रेल मंत्री एकर शिलान्यास केने छलीह। एकरा कांकोर क सहायक उद्यम क रूप मे किसान विजन परियोजना क तहत विकसित करबाकअछि,जाहि मे कोल्ड स्टोरेज क सुविधा मुहैया कराउल जाइत। जखन कि देश क करीब 50टा रेलवे स्टेशन पर विश्व-स्तरीय सुविधा मुहैया करेबाक योजना क काज एखन धरि शुरू नहि भ सकल अछि। रेलवे क किसान विजन योजना सेहो अंजाम तक नहि पहुंच सकल। एकर अलावा मोबाइल टिकटिंक वैन स्कीम ‘मुश्किल आसानÓ सेहो रेलवे क ओहि परियोजना मे शामिल अछि, जेकर काज आनन-फानन मे शुरू करबाकप्रयास अछि।