पटना। बिहारक प्रति केंद्रीय मंत्री सबहक क व्यवहार केहन रहल अछि इ आब ककरो स नुकायल नहि अछि, मुदा नवी मुबंई मे हवाई अडडा बनेबा लेल जयराम रमेष स लडबा मे प्रफुल्ल पटेल जी एतबा व्यस्त छथि जे बिहार मे हवाई यात्रा स संबंधित एकटा छोट सन फाइल पर हस्ताक्षर करबा लेल समय नहि भेट रहल छैन, पिछला कई मास स दरभंगा-पटना-रांची हवाई सेवा लेल पटना मे हैंगर उपलब्ध करेबा स संबंधित फाइल उडडयन मंत्रालय मे गरदा फांकि रहल अछि। जखन कि बिहार मे हवाई जहाज स उडनिहार लोकक संख्या मे रिकार्ड उछाल आयल अछि आ स्प्रीट एयरलाइन (रांची) बिहारक पैघ शहर दरभंगा, गया, पूर्णिया आ सारण स हवाई सेवा शुरू करबाक योजना तैयार केने अछि। कमालक गप इ अछि जे उडडयन मंत्रालय एकरा उपलब्धि क रूप मे प्रचारित करि रहल अछि, मुदा योजना कए जमीन पर उतारबा स कतरा रहल अछि। इ हास्यास्पद संग बिहारक दुर्भाग्य सेहो अछि। स्प्रीट एयरलाइन (रांची) क अधिकारीक कहब अछि जे कंपनी हवाई सेवा शुरू करबा लेल पिछला कई मास स तैयार अछि, एकरा लेल 10 सीटवाला हवाई जहाज सेहो लीज पर ल ले गेल अछि, बस पटना हवाई अडडा पर हैंगर उपलब्ध भ जाए त सेवा क विधिवत शुरूआत करि दी। स्प्रीट एयरलाइन (रांची) क अधिकारीक कहब अछि जे पिछला साल दरभंगा मे छोट हवाई उड़ान क सपना जगल छल, मुदा साकार हेबा स पूर्व ध्वस्त भ गेल। जहाज पहिल उड़ानक दौरान रनवे स फिसलि गेल, जखन कि दरभंगाक रनवे बिहार मे सबस पैघ अछि। कंपनीक उम्मीद अछि जे सरकार अगर एहि मास मे द देलक त 15 अगस्त तक इ सेवा शुरू भ जाइत। कंपनी, मुजफ्फरपुर स हवाई सेवा सेहो शुरू करै चाहैत अछि। राज्य सरकार ओकरा पताही क हवाई अड्डा कए दुरुस्त करा लेबाक अनुमति देलक अछि, मुदा कंपनी सरकार स इ अपेक्षा केने अछि जे ओ हवाई अडडा तैयार करि कए दिए।
दरअसल बिहार मे पिछला 60 साल स हवाई सेवा दूर गगन मे उडैत पंछी क भांति रहल अछि, जेकरा देखल त जा सकैत अछि मुदा छू नहि सकैत छी ..! किछु नाइंसाफी किछु दुर्भाग्य एहन रहल जे बिहार मे हवाई सेवा कहियो ठीक स उडान नहि भरि सकल। राजग क शासन काल मे भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन जखन उडडयन मंत्री भेला त एहि क्षेत्र मे किछु काज भेल, पटना हवाई अडडाक सूरत बदलल आ गया स अंतरराष्टीय उडान शुरू भेल। मुदा हुसैन क हाल प्रयासक बावजूद अश्विनी चौबे क विरोधक कारण भागलपुर मे हवाई अडडा शुरू नहि भ सकल। कहबा लेल बिहार स एकटा आओर नेता एहि मंत्रालयक मंत्री भेला, मुदा राजीवप्रताप रूडी बिहार लेल किछु करबा स बेसी हवाई जहाज सीखबा मे समय बर्बाद केलथि।
पटना क हवाई अड्डा केवल नाम क अंतरराष्ट्रीय दर्जा लेने अछि। रनवे क विस्तार तक नहि भ सकल अछि। रनवे क लग क गाछ त काटि देल गेल मुदा खतर कम नहि अछि। जखन कि विमान हादसा भ चुकल अछि। राति क लैंडिंग क संकट बरकरार अछि। दिलचस्प गप इ अछि जे एखन धरि एकर काट लेल यात्रीक संख्या क तर्क पेश कैल जाइत छल, मुदा पिछला दू साल स इ तर्क सेहो बेमानी भ गेल। 2009-10 (नवम्बर तक) घरेलू उड़ान क यात्री क संख्या 400682 रहल। एयर इंडिया क जहाज स जाइवाला यात्री क संख्या 35344 (पटना-दिल्ली) आ दिल्ली स पटना अबैवाला क संख्या 48809 रहल। इ 2009-10 (अक्टूबर तक) क ब्योरा अछि। यानी, भरपूर गुंजाइश क बावजूद समुचित व्यवस्था नहि कैल जा रहल अछि।
गया देश क पहिल हवाई अड्डा अछि जाहि ठाम केवल अंतरराष्ट्रीय उड़ान उपलब्ध अछि। बिहारक लोक संग एहि स गंदा मजाक नहि भ सकैत अछि। अंतरराष्ट्रीय उड़ान दायरा सेहो बौद्ध देश तक सिमटल अछि। घरेलू उड़ान शुरू नहि हेबाक मूल मे यात्रीक कमी अछि मुदा आंकडा एकर खिलाफ अछि। बिहार मे छोट-पैघ मिला कए कुल 26 टा एहन हवाई पटटी अछि जाहि पर 26 स ल कए बोईंग 747 तक उतरि सकैत अछि, एकर बावजूद उत्तर बिहार क दरभंगा आ पूर्वी बिहारक पूर्णिया क संग-संग सीवान, मुजफ्फरपुर आ सीमामढी सन जिला मे हवाई सेवा क कोनो सरकारी योजना नहि अछि। मुजफ्फरपुर मे हवाई सेवा क पहल साठ क दशक मे शुरू भेल छल। पताही मे 83 एकड़ मे हवाई अड्डा बनल अछि। सरकारी उदासीनताक कारण दरभंगा आ पूर्णिया हवाई अडडा जर्जर भ चुकल अछि जखन कि आन छोट हवाई अडडा पर चरवाहा ठहलैत रहैत अछि। पूर्णिया आ दरभंगा मे वायुसेना क हवाई अड्डा अछि मुदा एकर उपयोग सेना स बेसी राजनेता करैत छथि। बेगूसराय आ मधुबनी मे हवाई अड्डा क पहचान केवल उजाड़ मैदान स अछि। रनवे खत्म भ चुकल अछि। हवाई अड्डा बक्सर मे सेहो अछि। जमीन पर अतिक्रमण भ चुकल अछि। स्थिति इ अछि जे अंचल कार्यालय तक कए इ पता नहि अछि जे बक्सर हवाई अडडा लग आखिर जमीन केतबा अछि? 2007 मे घेराबंदी क लेल भेटल टका सेहो लौट गेल।
देश मे शायद कोनो एहन राज्य होएत जेकरा लग आजादी स पूर्व बनल-बनायल 26टा हवाई अडडा अछि, मुदा पटना आ गया कए छोडि सबटा आइ चुनाव मे नेताक हवाई जहाज या हेलीकाप्टर उतरबा लेल केवल उपयोगी भ रहल अछि। एहन नहि अछि जे उत्तर बिहारक लोक हवाई जहाजक सेवा नहि लैत अछि। हवाई यात्रा क लेल पैघ संख्या मे लोक आइ पटना या वीरगंज (नेपाल) जाइत अछि।