नई दिल्ली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बेर फेर राज्य मे केंद्र प्रायोजित योजना कए लागू करबाक नीति बंद करबाक मांग केलथि अछि आ कहला अछि जे केंद्र कए व्यापक स्तर पर नीति बनेबा तक सीमित रहबाक चाही।
नीतीश सवाल केलथि-,‘‘अहां ;केंद्रद्ध नीति विकसित करू आओर व्यापक रोडमैप बनाउ, योजना क फ़ैसला राज्य पर छोडि देबाक चाही, केंद्र प्रायोजित योजना बंद हेबाक चाही। अहां हमरा काज बताउ, अहां एकटा लक्ष्य तय करू आ हमर निगरानी करू, मुदा छोट-छोट चीज मे पडबाक अहां कए कोन जरूरत अछि।’’ ‘‘महंगाई स निपटबा लेल ’’ क मुद्दा पर आयोजित एकटा गोल मेज सम्मेलन कए संबोधित करैत नीतीश कहला जे विकासात्मक नीति बनबैत काल मानसिकता कए बदलबाक जरूरत अछि।’’ नीतीश पूर्वी भारत क हरित क्रांति परियोजना क लेल केंद्र द्वारा 400 करोड़ टका आवंटित करबाक घोषणा कए ‘‘मजाक’’ बतेलाह। ओ कहला जे सरकार कए ‘‘सावधान रहबाक जरूरत अछि किया जे खाद्य पदार्थ क दाम बढला स बीपीएल परिवार क संख्या सेहो बढत।’’
मुख्यमंत्री कहला जे केन्द्र क अनुमान क अनुसार बिहार मे केवल 65 लाख बीपील परिवार अछि,मुदा राज्य सरकार क आकलन एहि आंकडा कए 1.4 करोड बता रहल अछि आ एहि आबादी कए खाद्य सुरक्षा उपलब्ध करेबाक तैयार अछि।
नीतीश कहला जे बिहार विधानसभा चुनाव मे राजग क जीत एहि गप क स्पष्ट संकेत अछि जे जनता ओकरे वोट देत जे शासन देत। ओ कहला,‘ अहां केवल विघटनकारी नारा क बल पर सत्ता मे नहि आबि सकैत छी।’’