पटना बदलि गेल। मुदा नहि बदलल दुर्गा पूजा मे पटनाक उत्साह। दू बजे राति मे सब परिवार एहि पंडाल स ओहि पंडाल घुमैत लोकक चेहरा पर बस देवी क आराधनाक भाव छल। ठाम-ठाम पर कुवांरी भोजन करबैत बिहारी आ बंगाली स्त्रीगण कए देखि बिहार स भगैत बंगालीक छवि खंडित होइत गेल। विश्वास जगल जे एक बेर फेर बिहार आ बंगाल अपन सांस्कृतिक समानता कए मिल कए आगू बढ़ेबा लेल प्रयास करत।