दरभंगा। भारत क पूर्व विदेश सचिव आ चर्चित अर्थशास्त्री मुचकुंद दुबे कहलथि जे भारत आ अमेरिका क संबंध कए जे नव गहराई बुश क समय मे भेटल, ओहि कए ठोस रूप देबाक दिश मे प्रधानमंत्री क अमेरिका यात्रा स प्रगति भेल अछि। ओबामा पिछला एग्रीमेंट कए आगू बढ़ाब चाहैत छथि। वो शनिदिन एहि ठाम महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह क जयंती समारोह मे स्मारक व्याख्यान देबा लेल आएल छलाह। कल्याणी निवास मे पत्रकार स गप करैत ओ राष्ट्रपति ओबामा क पहिने चीन जाए आ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह क अमेरिका यात्रा कए चीन क संग प्रतिद्वंद्विता क रूप मे नहि लेल जाइ क आवश्यकता जताउलक छथि। भारत क संदर्भ मे चीन क संग पाकिस्तान क नजदीकी क संबंध में ओ कहला जे पाक क लेल त अपन देश बचेबा मुश्किल अछि।
दोसर ओर, श्री दुबे महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह कल्याणी फाउंडेशन क तरफ स आयोजित समारोह मे ‘बिहार क वर्तमान आर्थिक आ राजनीतिक परिस्थिति आ भविष्यÓ विषय पर स्मारक व्याख्यान करैत कहला जे बिहार मे विकास क लेल दीर्घसूत्री योजना नहि अछि। आर्थिक व्यवस्था कोना मजबूत होइत, एकर चिंता नहि त समाज क अछि, नहि व्यवस्था आ योजनाकत्र्ता कए। प्रचुरता क बावजूद दरिद्रता कए शिकार होबाक ज्वलंत उदाहरण अछि बिहार। श्री दुबे कहला जे एहि ठाम शिक्षा आ स्वास्थ्य पर न्यूनतम खर्च कएल जा रहल अछि। गप समावेशी शिक्षा क भ रहल अछि, मुदा 2007 मे तीन करोड़ बच्चा स्कूल जाए क उम्र क छल, ओहि मे स डेढ़ करोड़ वंचित छल। ओ शिक्षा स वंचित हेबाक परिस्थिति कए बौद्धिक भू्रण हत्या क संज्ञा देलथि। ओ कहला जे एहि ठाम शिक्षा आ भूमि अधिकार क क्षेत्र मे व्यापक भेदभाव दिख रहल अछि। शिक्षा स वंचित भेल बच्चा मे ज्यादातर गरीब क बच्चा अछि। ओ भूमि सुधार क बंद्योपाध्याय रिपोर्ट क पुरजोर समर्थन केलथि आ कहलथि जे देश क पहिल राज्य बिहार अछि, जेहि ठाम विधानसभा मे भूमि सुधार विधेयक पेश भेल, मुदा ओ पास करेबा मे 20 साल लागल। एहि बीच जमींदार अपन जमीन कोनो-कोनो टा क नाम स ट्रांसफर करि लेलक। जे विधेयक पास भेल, ओहि मे खामी भरल छल आ ओ सेहो अमल में नहि आ सकल। स्कूली छात्रा क बीच साइकिल बंटबा आ देश क लगभग 10 लाख स्कूल मे करीब छह हजार क आदर्श विद्यालय बनेबाक योजना पर केंद्र आ राज्य कए आड़े हाथ लेलाह आ कहलथि जेऐहन सतही सुधार महज वोट लेबाक राजनीति अछि। विकास क उपाय सुझबैत पूर्व विदेश सचिव कहलथि जे बिहार मे कृषि आ मानव संसाधन पर आधारित समग्र विकास क रणनीति बनेबाक जरूरत अछि। श्री दुबे कहलथि जे औद्योगीकरण क लेल पूंजी संग्रह आ क्रय क्षमता मे वृद्धि सेहो कृषि क्षेत्र मे विकास स संभव अछि। दोसर ओर, कृषि पर निर्भर लघु आ मध्यम उद्योग क विकास पर सेहो जोर देलथि।
दोसर कात, व्याख्यान क बाद बिहार मे आएल परिवर्तन दिश जखन हुनकर ध्यान विधान पार्षद डा. विनोद कुमार चौधरी दियौउलथि त ओ कहला जे वर्तमान सरकार मे शिक्षा, स्वास्थ्य आ सड़क निर्माण क लेल जे कदम उठाउल गेल छल अछि, ओ सराहनीय अछि। पहिने केंद्र क टका खर्च नहि होइत छल, आब भ रहल अछि। एहि मे निश्चित रूप स सुधार भेल अछि। निम्न मध्यम वर्ग क लोग अस्पताल मे पहुंच लगलथि अछि, मुदा मूल सुधार तखन होएत, जखन स्वास्थ्य स वंचित आबादी क लेल व्यवस्था होएत।