भारतीय रेडियो क घटि रहल अछि लोकप्रियता, विज्ञापन सेहो जा रहल अछि सीमा पार
सीतामढी। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल स संचालित विभिन्न मैथिली भाषी एफ़एम रेडियो क क्रेज मिथिला क श्रोता क बीच दिन ब दिन बढ़ैत जा रहल अछि। एफ़एम रेडियो क संचालन स मिथिला क्षेत्र मे मैथिली गीत आ मातृभाषा क प्रति लोकक रूझान बढि गेल अछि। जाहि कारण स भारतीय रेडियो स्टेशन स सब गोटेक स्नेह कम होइत जा रहल अछि। मालूम हुए जे नेपाल क सीमावर्ती क्षेत्र जनकपुर आ जलेश्वर स जानकी एफ़एम, जनकपुर एफ़एम, रेडियो मिथिला, रेडियो जनकपुर, मिथिलांचल एफ़एम, रेडियो टूडे, मधेश एफ़एम, अपन मिथिला, जलेश्वरनाथ एफ़एम आ रूद्राक्ष एफ़एम सहित कुल 10टा एफ़एम रेडियो संचालित भ रहल अछि। इ सबटा एफ़एम रेडियो विभिन्न कार्यक्रम चलाकए मिथिला क्षेत्र क दबल आ अछूत प्रतिभा कए तकबाक सफ़ल प्रयास करि रहल अछि। संगहि मिथिला क्षेत्र क ख्याति प्राप्त सिद्धहस्त कलाकार कए श्रोता स रूबरू हेबाक सेहो मौका दैत अछि। जे मिथिला आ मैथिली क लेल वरदान साबित भ रहल अछि। उक्त सबटा मैथिली रेडियो स्टेशन स सब वर्ग क श्रोता क लेल रोचक, मनोरंजक आ ज्ञानवर्धक कार्यक्रम प्रस्तुत कैल जाइत अछि। देश दुनिया क समाद लेल इ एफ़एम चैनल बीबीसी रेडियो क हिंदी सेवा सेहो प्रसारित करैत अछि। एहि रेडियो क विज्ञापन दर अत्यंत कम होइत अछि जेकर कारण स छोट छोट व्यापारी सेहो अपन व्यवसाय मे तरक्की करबा लेल एकरा विज्ञापन दैत छथि। नेपाल स संचालित एकटा एफ़एम स्टेशन क मालिक कहला जे नेपाल क सबटा रेडियो स्टेशन मे लगभग तीन करोड टका खर्च भ चुकल अछि, जखन कि एक मास मे करीब 45 मिनट विज्ञापन प्रसारित कैल जाइत अछि। कम दाम पर विज्ञापन रहबाक कारण अधिकतर एफएम कए नीक विज्ञापन भेट रहल अछि किया जे कम दाम पर भारतीय रेडियो मे विज्ञापन देब दिन मे तारा देखबाक समान अछि। नेपाल स संचालित उक्त सबटा रेडियो स्टेशन क विज्ञापन क भाषा मैथिली हेबाक कारण श्रोता विज्ञापन क आनंद उठेबाक सेहो मौका नहि छोडैत छथि। जखनकि भारतीय रेडियो स्टेशन स नाम मात्र क लेल मैथिली कार्यक्रम प्रस्तुत कैल जाइत अछि। किछु एहने कारण स मिथिला क्षेत्र क व्यापारी आ श्रोता भारतीय रेडियो क अपेक्षा नेपाल स संचालित मैथिली एफ़एम कए सुनब बेसी पसंद करि रहल छथि।
(नेपाल स संचालित एकटा एफ़एम स्टेशन क मालिक कहला जे नेपाल क सबटा रेडियो स्टेशन मे लगभग तीन हजार करोड टका खर्च भ चुकल अछि) लिखबामे या जोडबामे किछु छुटि गेल अछि ? एत्तेक बेशी संख्या भ्रामक अछि ।
bharatak radio jabat dhari Maithili bhashak upeksha karait rahat aam aadmi sa doore rahat.