दरभंगा। मिथिला बहुत दिन स इ दावा क रहल अछि जे कालिदास ओकर पुत्र छथि। एहि दावा क पाछु समय समय पर तर्क आ सबूत सेहो देल जाइत रहल, मुदा वैज्ञानिक स्तर पर एहि पर शोध नहि भ सकल अछि। भाजपा विधायक विनोद नारायण झा आब एहि दिस ध्यान देलथि अछि आ कहला अछि जे कालिदास पर शोध लेल हुनकर डीह कए उन्नयन कैल जाएत। श्री झा क अनुसार कालिदास क संबंध मे बुझलाक बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेहो हुनकर डीह देखबाक इच्छा व्यक्त केलथि अछि। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कालिदास क डीह देखबा लेल 16 जनवरी कए उच्चैठ आबि रहल छथि।
ज्ञात हुए जे श्री झा पिछला 8 दिसंबर कए बिहार विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प क दौरान कालिदास डीह क उन्नयन आ एकरा पर्यटन स्थल क रूप में विकसित करबाक मामला उठेने छलाह। जखन श्री झा कालिदास आ मिथिलाक संबंध क बारे मे बाजि रहल छलाह तखन मुख्यमंत्री सदन मे उपस्थित छलाह। कालिदास पर मध्यप्रदेशक दावा कए खारिज करैत श्री झा कहला जे आब कालिदासक संबंध मे जे भ्रम अछि ओ खत्म कैल जाएत। श्री झा कहला जे एकर बहुत मजबूत प्रमाण अछि जे कालिदास क जन्मस्थान आ शिक्षा उच्चैठ मे भेल। श्री झा कहला जे उच्चैठ भगवतीक कृपा स ओ विद्वान भेलाह। हुनक जन्मस्थान उज्जैन कहब पूर्णत: गलत अछि। उच्चैठ में कालिदास क नाम स खतियान आ जमाबंदी तक भेटैत अछि। कालिदास 375 ई. स 415 ई. तक गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य क दरबार क नवरत्न मे शामिल छलाह। मुदा एहि स इ प्रमाणित नहि होइत अछि जे ओ उज्जैन क छलाह। अपन विद्वता क बदौलत मिथिलाक लोग सदूर देश तक गेल आ नाम कमेलक अछि। श्री झा कहला जे ओ एहि पर गंभीर मंथन लेल यूजीसी स सेहो आग्रह केलथि अछि। श्री झा कहला जे एकर प्रमाण सेहो भेटैत अछि जे कालिदास कुमार संभवम क रचना मिथिलाक उच्चैठ मे केने छथि। जाहि दौरान ओ कुष्ठ स ग्रसित भ गेल छलाह। रघुवंशम् क रचना केलाक बाद ओ रोग मुक्त भेलाह। रघुवंशम लिखलाक बाद ओ विक्रमादित्य क निमंत्रण पर उज्जैन गेलाह। श्री झा कहला जे डीह क उन्नयन स मिथिला क संबंध मे बहुत रास आर गप बाहर आउत आ जे लोकोत्ति कहल जा रहल अछि ओकरा वैज्ञानिक प्रमाणिकता भेटत।
वाह… बहुत सुन्दर… हम विनोद जी स’ सहमत छी. सुनील जी एहन सूचना प्रकाशित करबाक लेल धन्यवाद….
Bahut neek samachar, ehi yatra sa kalidasak sambandh mein mithilak daba majgoot hoyat.
वाह… बहुत सुन्दर… हम विनोद जी स’ सहमत छी. सुनील जी एहन सूचना प्रकाशित करबाक लेल धन्यवाद….