नई दिल्ली। देशभर क मेडिकल कालेज मे दाखिला क आवेदक कए मैथिली भाषा मे परीक्षा देबा क मौका भेटत। एहि पर स्वास्थ्य मंत्रालय आ मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया मे सहमति बनि गेल अछि। एमसीआइ आब एकरा अगिला सत्र स लागू करबाक तैयारी मे अछि। एमसीआइ एहि संबंध मे केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कए पत्र लिखलक अछि।
ज्ञात हुए जे एमबीबीएस पाठ्यक्रम लेल पहिल बेर इ साझा प्रवेश परीक्षा अगिला साल स आयोजित कैल जा रहल अछि। राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) आयोजित करबाक जिम्मेदारी सीबीएसई कए देल गेल अछि। 13 मई कए इ परीक्षा आयोजित कैल जाएत। एमसीआइ एहि परीक्षा क लेल पाठ्यक्रम सार्वजनिक सेहो क चुकल अछि। शुरूआत मे एकरा हिंदी आ अंग्रेजी मे करबेका फैसला कैल गेल छल। मुदा किछु राज्य सरकार एकरा क्षेत्रीय भाषा मे सेहो आयोजित करबाक मांग करि रहल अछि। बंगाल, गुजरात, कर्नाटक आओर आंध्र अपना विरोध दर्ज करेने छल। मैथिली लेल कियो आवाज नहि उठेलक मुदा संविधान मे दर्ज भाषा हेबाक कारण मैथिली कए सेहो क्षेत्रीय भाषाक दर्जा भेटल अछि ताहि इ उम्मीद अछि जे एहि मे मैथिली सेहो शामिल भ जाएत।
समाद नीक । मुदा मैथिलक भूमिका एहि मे नगण्य,से कियाक।
मैथिलीमे मेडिकलक परीक्षा सुखद,मुदा सार्थक कोना हो? हमरा बुझने जा धरि प्रारथमिक शिक्षाक माध्यम मैथिली नहि होएत,ता धरि सपने सदृश । सपना साँच हो ताहि लेल आन्दोलनक आवश्यकता।