बेतिया । अमेरिकी शहर मेनिसियोटा कए मॉल आफ अमेरिका कहल जाइत छैक, मुदा अगर इ उपाधि बिहारक कोनो शहर कए देल जाए त ओ पश्चिमी चंपारण क मुख्यालय बेतिया अछि। बेतिया स्थित मीना बाजार देश क संभवत: पहिल एहन बाजार अछि जेकर प्रांगण मे एक संग 2400टा दुकान क जमावड़ा अछि। एहि बाजार मे रोजाना लगभग बीस हजार ग्राहक खरीदारी करबा लेल अबैत अछि। एहि बाजार ब्याह स लकए श्राद्घकर्म तक क सबटा सामान एक संग भेट जाइत अछि। बेतिया राज क संपत्ति क देखरेख करनिहार अधिकारी कहला जे इ बाजार त बेतिया राज क संपत्ति छल, मुदा बिहार लैंड रिफॉर्म एक्ट क बाद भूतपूर्व जमींदार क संपत्ति पर सरकार क अधिकार भ गेल। ओहिना ओ बेतिया क अंतिम राजा क संतानहीन रहबाक कारण संपत्ति क देखरेख करीब सौ साल स कोर्ट आफ लॉ क रहल अछि। आजादी स पूर्व त एहि राजक संपत्ति क देखरेख सही तरीका स होइत रहल मुदा आजादीक बाद राज संपत्ति क लूट आम गप भ चुकल अछि। आइ राज महल समेत मीना बाजार अपन हालत पर कनबा लेल मजबूर अछि। सबस रोचक गप इ अछि जे 2400 दुकान स सुजज्जित एहि बाजार मे फिलहाल कोनो व्यवसायी संघ कार्यरत नहि अछि। एहि स दुकानदार कए एक संग कई प्रकार क समस्या क समाधान स्वयं करबा लेल मजबूर छथि।
मीना बाजार स्थित प्रेम स्टोर के मालिक कहैत छथि जे बाजार मे रोजाना जिला स लगभग बीस हजार ग्राहक अबैत छथि। ओ कहला जे पूरा देश मे इ बाजार अपन सघनता लेल प्रसिद्ध छल। बेतियाक मीना बाजार मे दुकान क कतार किछु एना सुसज्जित छल जे भीतर आयल लोक कए पता नहि चलैत अछि जे कखन रौद भेल आ कखन बरखा। मुदा आब ओ गप नहि अछि। हालात एहन भ गेल अछि जे पूरा बाजार बरखा क बाद कादो स लथपथ भ जाइत अछि। एहन मे ग्राहक क संख्या सेहो प्रभावित भ जाइत अछि। प्रतिवर्ष कई करोड टकाक नुकसान होइत अछि। एहि ठामक तरकारी आ माछ बाजार सेहो प्रसिद्ध रहल अछि। एकटा पुरान दुकानदार कहैत छथि जे ओ अंगरेज कए सेहो किराया दैत छलाह आ एखन सरकार कए सेहो किराया द रहल छथि मुदा आब सुविधा क नाम पर बस कोरा आश्वासन भेट रहल अछि। लगभग 1857 मे निर्मित एहि मीना बाजार मे आइ सब दिस समस्या देखा रहल अछि। एहि ठामक दुकानदार उदास भाव स कहैत छथि जे देश भरि मे अपन तरहक एहि असगर बाजार कए देखरेख करनिहार कियो नहि अछि। देखरेखक अभाव मे कई बेर इ अगलगी क शिकार सेहो भेल। अंग्ररेज युग क मुकाबले आइ ग्राहक क संख्या कई गुणा बढि चुकल अछि, मुदा पुरान तरीका स बनल दुकान मे मामूली बदलाव तक करबाक अधिकार ककरो लग नहि अछि। संपत्ति क देखरेख करनिहार सरकारी अधिकारी मात्र टका समेटबा मे लागल छथि।किछु साल पहिने तक इ बाजार रविदिन बंद रहैत छल, मुदा आब सरकार एकर लेबर एक्ट स मुक्त क देलक अछि आ इ बाजार आब सब दिन खुलैत अछि। अधिकारी एहि मसला पर किछु कहबा लेल तैयार नहि छथि। ओ मात्र एतबा कहैत छथि जे टैक्स अदायगी क विवाद आइ धरि अनसुलझल अछि आ केस हाईकोर्ट मे चलि रहल अछि। किछु साल पहिने फल बाजार क छत खसि गेल छल। कईटा आओर दुकान क छत खसबाक कगार पर अछि, मुदा सरकार एहि मामला मे किछु करबा लेल तैयार नहि अछि। अतिक्रमण क हाल इ अछि जे स़डक कचारू कात छोट-छोट दुकान क जमाव़डा लागल रहैत अछि जाहि स चलब तक मुश्किल रहैत अछि। जल निकासी क पुरान व्यवस्था ध्वस्त भ चुकल अछि आ नव कोनो नाला निर्माण नहि कैल गेल अछि। ओना किछु लोक अधिकारी कए टका थमा मनचाहा कंस्ट्रक्शन सेहो करबा लेलथि अछि।
बेतिया क आम लोक सेहो मानैत छथि जे इ बाजार वरदान अछि। एहि ठाम बजट क हिसाब स सबटा सामान उपलब्ध रहैत अछि। दतमनि स ल कए गाडी तक एहि बाजार मे एक ठाम उपलब्ध भ जाइत अछि। पटना दिल्ली क स्तर क वस्तु एहि ठाम आसानी स उपलब्ध भ जाइत अछि सेहो सस्ता दर पर, सच कहू त इ कोनो मॉल स कम नहि अछि, इ मॉल आफ बिहार अछि।
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