लुधियाना स समदिया चंदन
चारि दिन पहिने लुधियाना प्रवासी मजदूर क ओ तामस देखलक, जे ओ लंबा समय स दबेने बैसल छलाह। आजीविका क लेल अपन परिवार कए हजार किलोमीटर दूर छोडि़कए एहि ठाम बसल बिहार आ पूर्वांचल मजदूरक शोषण आ उत्पीडऩ क इ परिणाम छल जे छीनाझपटी क शिकार भेलाक बाद जखन एकटा प्रवासी क रिपोर्ट नहि लिखल गेल, त ओ कानून हाथ मे ल लेलथि। पुलिस चौकी क घेराव करबाक हुनकर मकसद उत्पात मचेबाक नहि छल, बल्कि ओ अपन विरोध जतेबा लेल जमा भेल छलथि। मुदा हालात क मारल प्रवासी मजदूर पर पंजाब पुलिस क बलप्रयोग उल्टा प्रभाव देखा देलक। काज स घर लौटल एहि प्रवासी मजदूर क तखन चूल्हा जरेबाक समय छल, जखन ओ पुलिस चौकी क आगू डेरा डालि कए इंसाफ क गुहार लगा रहल छलाह। भूखल पेट नारेबाजी करि रहल प्रवासी पर पुलिस लाठी बरसा देलक। गुरुवार क राति क तामस शुक्रदिन लुधियाना अंबाला कए जोड़निहार जीटी रोड पर फूटल, जेकर दूनू कात ओ कारखाना अछि, जाहि मे प्रवासी कए रोजगार भेटल अछि। प्रवासी कए पता अछि जे हुनकर इ प्रदर्शन हुनकर दरमाहा पर भारी पड़त, मुदा ओ अपन तामस कए रोकि नहि सकलाह। जाहि इलाका मे प्रदर्शन भेल, ओ लुधियाना क औद्योगिक इलाका अछि। प्रदर्शन क कारण कारखाना बंद करि देल गेल आओर ओहि मे काज करनिहार कए ओहि दिन क काज नहि भेट सकल। बेरोजगार रहनिहार बिहार क लोक क तादाद सबस बेसी अछि। मुदा की प्रवासी क इ तामस ओहि एकटा घटना क परिणाम छल जे गुरुवार क राति घटल। की इ प्रदर्शन मात्र मजदूर स होइवाला छीनाझपटी क विरोध मे छल? नहि, इ प्रवासी क ओ तामस छल, जे ओ लंबा समय स अपन भीतर दबेने बैसल छलाह। इ प्रदर्शन छल ओ पुलिस क खिलाफ जे राति कए कारखाना स घर लौट रहल कोनो प्रवासी कए तलाशी क नाम पर जेब टटोलैत रहैत अछि आ ओकर मेहनत क कमाई उड़ा ल जाइत अछि। इ प्रदर्शन छल ओ पुलिस वाला क खिलाफ जे प्रवासी क परिजन कए पठाउल जा रहल कपड़ा-लत्ता पर एहन शक जाहिर करैत अछि, जेना ओ झोरा या अटैची मे बम पठाउल जा रहल अछि। जांचक नाम पर जखन तक एक-एकटा लत्ता खोलिकए नहि देख लैत अछि, ओकरा चैन नहि पड़ैत अछि। यदि अटैची एक स बेसी अछि त तौल क डर देखा अपन जेब गर्म करबा लैत अछि। अपन देश मे आखिर गुलामक जिनगी जीबा लेल के तैयार भ सकैत अछि। इ प्रवासी मजदूर सेहो आब गुलाम बनबा लेल तैयार नहि छथि। पंजाबक सरकार आ प्रशासन कए इ बुझबा मे जहिया आबि जाएत, समस्या अपने आप खत्म भ जाइत। ओना इ चिंगारी स फेर आगि धधकि सकैत अछि।