पटना। नीतीश सरकार बिहार मे कानून आ व्यवस्था कए ठीक करबा मे काफी हद तक सफल रहल अछि। पटना सहित पूरा राज्य मे माहौल बदलल-बदलल अछि। दुनिया भरि मे बदनाम बिहारक विधि-व्यवस्था कए ठीक करब असंभव नहि त आसान सेहो नहि छल। इ तखन आओर कठिन भ जाइत अछि जखन संसाधनक संग-संग पुलिस बल क घोर अभाव हुए। एखनो बिहार मे पुलिस-पब्लिक क अनुपात राष्ट्रीय अनुपात स काफी कम अछि। राज्य मे एक लाख क आबादी पर पुलिसकर्मी क संख्या महज 69 अछि, जखनकि राष्ट्रीय औसत पुलिसकर्मी क संख्या एक लाख क आबादी पर 120 अछि। सुरक्षा क लिहाज स गप करि त इ आंकड़ा आओर खराब अछि। बिहार मे 45,103 राजस्व गांव अछि आ बिहार पुलिस मे सिविल पुलिस क संख्या लगभग 44 हजार अछि यानि 1103टा गाम कए एक टा सुरक्षाकर्मी तक नहि भेट सकल अछि। हालांकि सरकार कहैत अछि जे नव बहाली क माध्यम स एहि अंतर कए कम करबाक कोशिश कैल जा रहल अछि। राज्य क पुलिस फोर्स मे कुल 16,000 रिक्ति अछि। जाहि मे स एहि साल 13 हजार पुलिसकर्मी कए बहाल करबाक योजना अछि।
कुल पुलिस फोर्स क संख्या
सिविल पुलिस-44,000
बीएमपी-13,000
डीएसपी-481
इंस्पेक्टर-738
सार्जेंट आ सार्जेंद मेजर-156
एसआई-7268