दरभंगा । मिथिलाक हृदयस्थली आ बिहारक सांस्कृतिक राजधानी दरभंगा मे एहि बेर मिथिला आ देशक अग्रणी मैथिली रंग संस्था ‘मैलोरंग’ अपन दोसर मिथिला रंग महोत्सव लए कए आबि रहल अछि । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय क संगीत आ नाटक विभाग मे दिनांक 24 जून स 26 तक होए बला एहि प्रोग्राम मे देशक कैकटा नाटक युनिट भाग लए रहल अछि । एहि मे मैलोरंग रेपर्टरी(दिल्ली), कलर व्हील (दिल्ली), थियेटर युनिट (दरभंगा), मिथिला नाट्य संस्थान (मधुबनी), आ संगीत एवं नाट्य विभाग (दरभंगा) प्रमुख अछि । पहिल दिन उद्धाटन सत्र क उपरांत मैलोरंग रेपर्टरी दिस स ‘’आब मानि जाउ’’ क मंचन होएत । ओतहि दोसर दिन कलर व्हील दिस स ‘’समदिया’’ आ थियेटर युनिट दिस स ‘’जा घर जारे आपना’’ क मंचन होएत । तेसर आ अंतिम दिन मिथिला नाट्य संस्थान ‘’बज्जर खसो एहन जाति पर’’ आ स्नातकोत्तर संगीत एवं नाट्य विभाग दिस से ”काठक लोक” कए मंचन होएत ।
ज्ञात होए कि मैथिली लोक नाटक कए आगाँँ बढ़ेबा क लेल पिछला किछुु साल से मैलोरंग मिथिला रंग महोत्सव क आयोजन कए रहल छथि । पिछला बेर ई आयोजन मधुबनी मे भेल छल, जाहि मे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय सहित आन नाट्य विद्यालय क जानल मानल निर्देशक क नाटक देखबा क सौभाग्य भेटल छल। एहि बेर इ रंग महोत्सव दरभंगा मे हुए जा रहल अछि, जाहि मे पिछला साल जेंका इहो साल सेहो कैकटा नामचीन नाट्य निर्देशकक नाटक प्रस्तुति होएत।
मैथिली रंगकर्म, लोककला, भाषा, साहित्य आओर संस्कृति क विकासक लेल राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय संस्था मैथिली लोक रंग (मैलोरंग) क स्थापना 2005 मे कैल गेल अछि । मैलोरंग दिस स हरेक साल दिल्ली मे नाटक, महोत्सव, मैथिलोत्सव, वैचारिक संगोष्ठी आदि क आयोजन कैल जाएत अछि । विद्यापति रचित मैथिली नाटक ‘मणिमंजरी’ आ प्रथम आधुनिक मैथिली नाटक ‘सुन्दर संयोग’ (लेखक : पं. जीवन झा) क प्रथम मंचन क श्रेय सेहो मैलोरंग रेपर्टरी कए जाएत अछि ।
कोनो एकटा नाटककार पर केन्द्रित अनूठा नाट्य महोत्सव मलंगिया नाट्य महोत्सव का पाँच दिवसीय आयोजन सेहो मैलोरंगे क खाते मे अछि । अखैन धरि लगभग बीसटा नाटक क पचास स बेसी नाट्य प्रस्तुति कए देश भर मे चिर परिचित नाम बना चुकल अछि ।
मैथिली लोक रंग दिस स महिला रंगकर्मी क लेल रंगकर्मी प्रमिला झा सम्मान, सक्रिय योगदान क लेल रंगकर्मी श्रीकांत मंडल सम्मान आ मैथिली रंगमंच मे जीवन पर्यंत समर्पण क लेल ज्योतिरीश्वर सम्मान क संचालन हरेक साल कैल जाएत अछि । मैलोरंग क सक्रियता कए देखैत साल 2011 स संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार दिस स मैथिली भाषा मे पहिल रंगमंडल क रूप मे मान्यता प्रदान कैल गेल अछि । संगे मैलोरंग क आयोजन क गरिमा बढ़ेबा क लेल नेपाल क राष्ट्रपति श्री रामवरण यादव जी सेहो पधारि चुकल अछि ।