दरभंगा। कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय नुका कए पीएचडी क डिग्री लेनिहार लेल कडा नियम लागू क देलक अछि। नव नियमक अनुसार आब कोनो शोधकर्ता बिना अपन शोधपत्र कोनो स्तरीय पत्रिका मे प्रकाशित केने पीएचडी क डिग्री नहि ल सकताह। हुनका कम स कम एकटा शोध पत्र जरूर प्रकाशित करब अनिवार्य होएत। कासिंदसंवि क दरबार हाल मे मंगलदिन आयोजित शोध परिषद क बैसार में कईटा निर्णय लेल गेल। बैसार मे इ तय कैल गेल जे पीएचडी लेल पंजीयन आब समान नियमावली क आलोक मे होएत। ओतहि शोध प्रबंध जमा करबा स पूर्व स्तरीय शोधपत्रिका मे शोध पत्र क प्रकाशन अनिवार्य होएत। शोधार्थी कए छह मास क कोर्स वर्क करबाक होएत। एहि दौरान शोध स संबंधित सबटा बारीकी क जानकारी देल जाएत। कुलपति डा.अरविंद कुमार पांडेय क अध्यक्षता मे विगत बैसार क संपुष्टि करैत ओहि गवेषक कए जिनकर शोध प्रारुप स्वीकृति क बाद कतिपय कारण स रजिस्टर्ड नहि भ सकल छल ओकरा शोध परिषद मे नव सिरा स पेश करबाक निर्णय भेल। शोध प्रबंध जमा करबा क निर्धारित अवधि कए तीन मास लेल विस्तारित कैल गेल। उक्त बैसार मे राज्यपाल सचिवालय स प्राप्त पीएचडी नियमावली कए 2013 स लागू करबाक निर्णय सर्वसम्मति स लेल गेल। विभिन्न विषय क विशेषज्ञ शोध प्रारुप क वीक्षण क शोध परिषद कए स्वीकृति, अस्वीकृति आ संशोधन करबाक अनुशंसा सेहो केलथि।
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