समदिया
रेलमंत्री पवन कुमार बंसल रेल बजट 2013-14 पेश केलथि । लोकसभा मे एखन धरिक इ सबस प्रभावहीन बजट रहल । सत्ता पक्ष आ विपक्ष एकरा खानापूर्ति जेकां सुनैत रहल । नहि कोनो जोश आ नहि कोनो होश । एहि खानापूर्ति बजट मे कुल मिला कए बिहार लेल अछि निराशाजनक सनेस आ मिथिला क्षेत्र क लेल अछि ऐतिहासिक उपेक्षा । रेल बजट क इतिहास मे बिहार लेल योजनाक एहन सूखा कहियो नहि पडल छल । नव सनेस क फुहार त छोडू पुरान क सेहो कतहु चर्च नहि भेल । उलटा बिहार खास क मिथिला सन गरीब क्षेत्र मे रेल कारखाना क सपना देखिनिहार कए इ बता देल गेल जे अहांक सपना पूरा नहि भ सकैत अछि । रेलमंत्री द्वारा घोषणा कैल गेल जे आब जतए रेल कारखाना लागत ओहि मे राज्य क सेहो अपन राज्यांश देब अनिवार्य होएत । एतबे नहि फुट ओवर ब्रिज लेल सेहो इ नियम लागू क देल गेल अछि मतलब अगर राज्य सरकार टका देत तखने बनत, राज्य अगर गरीब अछि त एकर सपना देखबाक अधिकार अहां लग नहि अछि । किया त आइ जे नियम केंद्र बना रहल अछि ओकर सीधा फायदा विकसित राज्य कए भेटत। जखन कि अगिला 10 साल तक बिहार खास क मिथिला मे कोनो नव रेल परियोजना नहि आबि सकत । इ दुखद अछि । भारतीय संघ लेल घातक अछि। बिहार सन राज्य एकरा एकटा धोखा मानत। पिछला 60 साल मे समान भाडा प्रणाली हुए बा अन्य बिहार हित क मामला केंद्र हरदम राष्ट्रहित मे बिहार स बलि लेलक आब जखन बिहार कए जरूरत अछि त केंद्र ओकर हक देबाक बदला मे कानून बदलि रहल अछि । कारखाना क अगर गप नजरअंदाज क दी तखनो आजुक बजट मे किछु हाथ नहि आयल। 88टा नव लाइन बिछेबाक आ 36टा लाइनक दोहरणीकरण सहित कुल 136टा योजना क घोषणा कैल गेल अछि। विद्युतीकरण, लाइन परिवर्तन आ दोहरीकरण मे मिथिला क्षेत्र क गप छोडू बिहार लेल कोनो योजना नहि अछि। यात्री क संख्या आ भैगोलिक हिस्सा कए देखैत एकरा कोनो अर्थ मे संतुलित बंटबारा नहि कहि सकैत छी। निश्चित रूप स इ सुनियोजित उपेक्षा कहल जाएत। बजट मे मिथिला लेल केवल हाजीपुर स रामदयालु रेल लाइन क जिक्र अछि, जे रामविलास पासवान अपन कार्यकाल मे देबाक घोषणा क चुकल छलथि। इ रेलखंड महज खानापूर्ति अछि किया त हाजीपुर स मुजफफरपुर रेल लाइन अछि। एकर बदला मे अगर मुजफफरपुर स दरभंगा नव लाइन देल जइते त उत्तर बिहार मे एकटा अतिरिक्त रेलखंड भेट सकैत छल।
जहां धरि नव ट्रेन या विस्तार क गप अछि त छहटा ट्रेन देल गेल अछि। एकरा सेहो खानापूर्ति कहल जाए, किया त छह मे स पांचटा साप्ताहिक अछि। संगहि अधिकतर ट्रेन बिहार क छोट सन हिस्सा स गुजरैत अछि । देबाक नाम पर रेलमंत्री जरूर क्षेत्रवार नजरिया रखलथि अछि, मुदा लेबाक नाम पर पूरा समाजवाद अछि । कहबाक अर्थ इ जे ओ भाडा नहि बढेला अछि, मुदा अमीर आ गरीब सबहक जेब स अतिरिक्त टका लेबाक कईटा बाट खोलि देलथि अछि। जनवरी मे चलाकी स किराया बढ़ा चुकल रेलमंत्री बंसल घोषणा केलथि जे रेल किराया नहि बढत, मुदा तत्काल आ सुपरफास्ट टिकट महग भ जाएत । सरकार सेस लगा कए इ सेहो बता देलक जे हर छह मास पर भाडा बढबाक बाट खुलत ।
जाहि कुछ ट्रेन मे सुविधाक बढोतरी कैल गेल अछि ओकर संख्या बिहार मे कम अछि ताहि लेल एकर फायदा बिहार कए केतबा भेटत से अंदाज लगा सकैत छी । पुरान परियोजना लेल टकाक आवंटन बजट अध्ययन स पता चलत, मुदा बजट क प्राइज़ स कोनो नीक उम्मीद नहि कैल जा सकैत अछि। पटना क दस टा प्लेटफार्म पर एकटा शौचायल अछि जखन कि लाख क संख्या मे यात्री प्लेटफार्म पर अबैत छथि । अंतरराष्ट्रीय स्तर क एहि टिसन पर शौचालय क त पता नहि मुदा रेलमंत्री कहला अछि जे आगरा, नागपुर, बैंगलोर संग पटना मे सेहो लाउंज बनत । अमीर लोक लेल अनुभूति नामक एकटा नव श्रेणी जरूर बनेबाक घोषणा कैल गेल, मुदा बिहार क गरीब जनता लेल सामान्य आ शयनयान डिब्बा मे व्याप्त असुविधा पर कोनो सहानुभूति नहि देखाउल गेल। ट्रेन आ डिब्बाक कमी क कारण लटकी कए सफर करनिहार लेल वाइफाइ सन सुविधा कोन काजक।
कुल मिला कए सब राज्यक जेकां बिहारी क जेब स सेहो टका लेब आ आन राज्य जेकां बिहार क लोक कए सुविधा नहि देब क नीति एहि बजट मे देखा रहल अछि। बिहार मे घोषित पुरान परियोजना लेल धनक अभाव अछि आ आन राज्य लेल नव परियोजना क घोषणा कैल जा रहल अछि। पुरान परियोजना कए सेहो नव नियम मे आनल गेल अछि जेकर तहत आब केंद्र टका तखन देत जखन ओकर आधा खर्च राज्य उठेबा लेल तैयार हुए। एहन मे भारत क संघीय ढांचा कए कमजोर करैत इ बजट इ बुझेबा मे सफल रहल जे हम भारत क नागरिक स बेसी बिहारक नागरिक छी आ बिहारक हैसियत क अनुसार हमरा सुविधा आ परियोजना भेटत।
मिथिला कए भेटल नव ट्रेन——
कोलकाता-सीतामढी, साप्ताहिक
कटिहार-हाबडा, साप्ताहिक
कामाख्या- बरौनी- आनंद विहार, रोजाना
मिथिला कए भेटल नव सबारी गाडी—–
मुजफफरपुर-सीतामढी
समस्तीपुर- सहरसा- बनमखनी
सीतामढी-रक्सौल
जाहि ट्रेक क भेल विस्तार….
अजमेर-किशनगंज आब न्यू जलपाइगुडी
नई दिल्ली-मुजफफरपुर आब रक्सौल
दरभंगा-बेंगलुरु आब मैसूर
दुर्ग-छपरा आब मुजफफरपुर
हैदराबाद-दरभंगा आब रक्सौल
जम्मूतवी-बरौनी आब भागलपुर
लोकमान्य- दरभंगा आब रक्सौल
पुरी- दरभंगा आब जयनगर
मिथिला कए भेटल नव लाइन———-
पीरपैंती- जसीडीह
‘रेल बजट 2013-14 निराशाजनक अछि। बंसल लग कोनो विजन नहि अछि। इ केवल स्टाप गैप व्यवस्था अछि। एहि बजट मे कांग्रेस शासित राज्य लेल कई प्रकार क योजना क घोषणा कैल गेल जखनकि बिहार क उपेक्षा भेल अछि। ’
– मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
शेष बिहार कए भेटल नव ट्रेन
1. राजेंद्रनगर टर्मिनस- न्यू तिनसुकिया साप्ताहिक एक्सप्रेस
2. पटना-सासाराम इंटरसिटी एक्सप्रेस
3. पाटलिपुत्र-बंगलुरु साप्ताहिक एक्सप्रेस
4. छपरा-थावे पैसेंजर
शेष बिहार कए भेटल विस्तारीकरण
1. छपरा-कानपुर एक्सप्रेस फर्रुखाबाद तक
एकर अलावा
1. जमालपुर-मालदा टाउन इंटरसिटी आब सब दिन
2. साहिबगंज-मिर्जाचौकी आ सोनपुर-हाजीपुर दोहरीकरण एहि साल होएत पूरा।
‘रेल मंत्री मात्र टका बटोरि रहल छथि। रेल भाड़ा मे 40 टका तक क अद्भुत वृद्धि भेल अछि। हम अपन रेल मंत्रित्वकाल मे रेलवे कए घाटा स उबारि देने रही । आइ स्थिति बदलि गेल अछि। बजट मे बिहार क घोर उपेक्षा भेल अछि । मधेपुरा, मढ़ौरा, डेहरी आन सोन, दीघा रेल पुल सहित पुरान कोनो परियोजना लेल राशि क व्यवस्था नहि कैल गेल अछि। हम सब बिहार लेल भीख नहि मांगि रहल छी, बल्कि रेलवे क परियोजना लेल राशि भेटबाक चाही। ‘
– पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद
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