भागलपुर । मुस्लिम महिला क गप अबैते हरदम दिमाग मे बस बुर्कानशीं आ चिलमन क ओट स गप करैवाली खातून क छवि उभरैत अछि। मुदा कि अहां कए इ पता अछि जे शहर क किछु बुर्कानशीन आब मुंबई, पटना समेत भागलपुर क कपड़ा बाजार मे अपन हुनर स नहि केवल धूम मचा रहल छथि, बल्कि हिनकरतमन्ना जल्द स जल्द देश क प्रमुख मे छा जेबाक सेहने अछि।
एकरा लेल हिनका लोकनि कए चिलमन आ बुर्का स बाहर आबि कए मार्केटिंग करबा आ नव बाजार तकबा स सेहो कोनो संकोच नहि भ रहल अछि। शहर क खातून कए हुनरमंद कारोबारी आ स्मार्ट सेल्स वुमेन बनेबा क बीड़ा उठौलथि अछि हबीबपुर क शबाना दाऊद।
समाजशास्त्र विषय मे आनर्स स स्नातक शबाना तकरी एक साल पूर्व फतेह सिलाई सेंटर क शुरुआत करि इ बीड़ा उठौलथि छल। एखन धरि ओ डेढ़ सौ मुस्लिम महिला कए सिलाई, कढ़ाई आ बुनाई क प्रशिक्षण द चुकलथि अछि। ओ कहलथि जे खातून कए प्रशिक्षित करबाक विचार हुनका अपन घर क आसपास बीड़ी बनबैयवाली महिला कए देखिकए आयल।
गौरतलब अछि जे बीड़ी क निर्माण स जुड़ल करीब 60 फीसदी महिला टीबी आओर श्वास रोग स ग्रसित छथि। एकर अलावा बीड़ी एहि महिला लोकनि क गरीबी दूर करबा मे नाकाफी छल।
शबाना क कहब अछि जे शुरू मे केवल चारि हजार टका स शुरू भेल हुनकर प्रशिक्षण केंद्र आइ एहि ठाम स जुड़ल प्रत्येक महिला कए कम से कम ढाई हजार टका मासिक आय उपलब्ध करा रहल अछि। ओ कहलथि जे आइ स किछु माह पूर्व हुनकर केंद्र में दरजी क काज करि रहल रौशन आरा नाम क एकटन गरीब युवती कए ओकर हुनर क बल पर मुंबई क एकटा व्यवसायी परिवार ब्याह करि लेलक अछि।
रौशन क कार्यकुशलता मुंबई क बाजार मे सेहो अपन रंग जमा लेलक अछि। आइ रौशन क बल पर ओकर पारिवारिक कारोबार दिनों दिन तरक्की करि रहल अछि। एकटा अन्य महिला शारमीन सेहो एहि ठाम स काज सीख कए हाल मे पटना मे अपन एकटा छोटसन बुटीक खोललथि अछि। एकर माध्यम स ओ अपन दूटा बच्चा क जीवन संवारबा मे आ गृहस्थी क बिगड़ल गाड़ी कए पटरी पर अनबा क कोशिश करि रहल छथि।
ओतहि शाहजंगी क तमन्ना नामक युवती सेहो बीड़ी बनेबाक धंधा स निकलि कए अपन क्षेत्र मे सिलाई क दुकान खोलि चुकलि अछि। शबाना क कहब अछि जे मौजूदा समय मे हुनका लग कुल 35टा मौगी आ युवती प्रशिक्षणरत छथि। एहि मे स 17टा जतय हुनकर केंद्र पर उत्पादन स जुड़ल छथि ओतहि सात टा लड़की रमजान माह क शुरुआत स मुस्लिम क्षेत्र मे अपन परिधान क मार्केटिंग करबा मे लागल छथि। इ युवती लेजर, जार्जेट, शिफान आ काटन क वस्त्र स साड़ी, लहंगा, सलवार सूट आ लांचा तैयार करबा मे माहिर भ चुकल छथि। हिनकर हाथ स केंद्र मे प्रतिदिन 15 परिधान तैयार भ रहल अछि। एहि परिधान कए दाम बाजार स आधा अछि। शबाना कहैत छथि जे ईद क बाद आब हुनकर सेल्स वुमेन शहर भरि मे घूिम-घूमिकए अपन परिधान बेच रहल छथि। एकर अलावा ओ निकट भविष्य कंप्यूटर क माध्यम स परिधान क डिजाइनिंग, मार्केटिंग आदि क प्रशिक्षण सेहो दबा लेल प्रयास करि रहल छथि। समय एला पर हिनका लोकनि कए कोलकाता, उत्तर प्रदेश आ दिल्ली क बाजार मे मार्केटिंग क लेल पठाउल जाइत।