निर्मली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग क जरिए Kosi Rail Mega Bridge क शुभारंभ केलथि। एकर संगहि 86 साल स दू भाग मे विभाजित मिथिला एक बेर फेर स रेल मार्ग स जुडि गेल सपना। एकटा सपना छल जे पूरा भ गेल। आगामी विधानसभा चुनाव क मद्देनजर प्रधानमंत्री पिछला किछु दिन स राज्य क पूर्ण भेल परियोजना सब कए लोकार्पित क रहल छथि, संगहि नव नव सनेस सेहो द रहल छथि। एहि क्रम मे बिहार कए फेर 5टा नव ट्रेन क सनेस भेटल अछि। पीएम मोदी कुल 12टा रेल परियोजना क शुभारंभ केलथि अछि।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहला जे आइ बिहार मे रेल कनेक्टिविटी क क्षेत्र मे नव इतिहास रचल गेल। 12 अन्य प्रोजेक्ट्स क सेहो लोकार्पण भेल। 3000 करोड़ क एहि प्रोजेक्ट्स लेल सब कए बधाई। एहि कोसी रेल मेगा ब्रिज स समय आ टका दूनूक बचत होएत। एहि स रोजगार क अवसर उत्पन्न होएत। एहि स उत्तर बिहार मे विकास क कार्य कए रफ्तार भेटत। ओ कहला जे आठ दशक पहिने भूकंप सन आपदा मिथिला कए अलग-थलग कर देने छल। आइ कोरोना काल मे मिथिलाक दूनू इलाका एक भेल। आब लोक कए 300 किलोमीटर क यात्रा नहि करै पड़त। आठ घंटा क यात्रा आधा घंटा मे सिमट गेल।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला, जखन हम रेल मंत्री रही तखन कोसी महासेतु क शिलान्यास भेल छल। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी शिलान्यास केने छलाह। सुगौली आ हाजीपुर कए जोड़बाक परियोजना क सेहो शिलान्यास अटलजी केने छलाह। अटल जी क सपना साकार भ रहल अछि। रेल मंत्रालय द्वारा कैल जा रहल कार्य सब लेल बधाई।
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी कहला जे बिहार देश कए आठटा रेल मंत्री देलक। नीतीश कुमार रेल मंत्री रहैत तीनटा मेगा पुल देलाह। आइ कोसी नदी पर रेल पुल क शुभारंभ भ रहल अछि। रेल क विकास स बिहार मे पर्यटन कए बढ़ावा भेटत।
रेल मंत्री पीयूष गोयल कहला जे पीएम मोदी बिहार क चौमुखी विकास लेल चिंतित रहैत छथि। केंद्र आ राज्य क डबल इंजन लगाकए विकास भ रहल अछि। आइ मिथिला क दूनू भाग रेल मार्ग स जुड़ कए एक भ गेल।
केंद्रीय गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय स्वागत भाषण देलिथ।
एहि स पूर्व पीएम मोदी दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग स कोसी नदी पर बनल रेल महासेतु कए राष्ट्र कए समर्पित केलथि। पीएम मोदी एकरा संग संग सुपौल स्टेशन स सहरसा- आसनपुर कुपहा डेमू ट्रेन क शुरुआत केलथि।
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2003 मे एहि सेतु क आधारशिला रखने छलाह। कुल 1.9 किलोमीटर लंबा रेल पुल पर 516 करोड़ टका खर्च भेल। 23 जून कए नवर्निमित कोसी रेल महासेतु पर पहिल बेर ट्रेन क परिचालन कैल गेल छल। एकर अलावा 14 अगस्त कए पूर्व मध्य रेलवे क समस्तीपुर मंडल क 11 किलोमीटर लंबा आमान परिवर्तित सरायगढ़-राघोपुर रेलखंड क सेहो निरीक्षण कैल गेल छल। एहि दौरान 110 किमी प्रति घंटा क रफ्तार स ट्रेन क ट्रायल सेहो कैल गेल छल।
उल्लेखनीय अछि जे एहि रेलखंड क निर्माण 1876 मे तिरहुत क महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह क रेल कंपनी तिरहुत स्टेट रेलवे केने छल। 1934 मे आयल भूकंप मे ओ रेलखंड ध्वस्त भ गेल। 1935 मे आयल भीषण बाढि मे भवटियाही स्टेशन कोसी नदी मे समा गेल। एहि प्रकार स रेलखंड क्षतिग्रस्त भेल जे एकरा फेर स बहाल करबाक सपना देखैत दूटा पीढी दुनिया स चल गेल। लगभग 86 साल बाद एहि रेलखंड मे फेर स बहाल भेला पर जनता मे खुशी अछि। लोक थोपरी बजा कए ट्रेन क स्टेशन सब पर स्वागत केलक। राज परिवार क सदस्य कुमार कपिलेश्वर सिंह एहि संबंध मे बयान जारी करैत कहला अछि जे तिरहुत रेलवे क माध्यम स एहि इलाका मे रेल सुविधा रेल मे रेल एलाक महज 22 साल बाद उपलब्ध भ गेल छल। भूकंप के बाद महाराजा कामेश्वर सिंह मिथिलाक पुनर्निमाण मे बहुत रास काज केलथि मुदा हुनकर इ सपना आब जा कए पूरा भेल। ओ तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आ वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कए दिल स धन्यवाद देलथि अछि।