नई दिल्ली । योजना आयोग बिहार क लेल 2011-12 मे 24,000 करोड़ टकाक वाषिर्क योजना क प्रस्ताव कए मंजूरी द देलक। इ वाषिर्क योजना मौजूदा वित्त वर्ष क लेल स्वीकृत योजना क तुलना मे 20 प्रतिशत अधिक अछि। योजना आयोग क उपाध्यक्ष मोंटेक सिहं अहलूवालिया आ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क बीच करीब ढाई घंटा चलल बैठक मे इ निर्णय लेल गेल। बैठक मे आयोग क सदस्यगण, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी आ प्रदेश सरकार क वरिष्ठ अधिकारी शामिल छलाह। अहलूवालिया राज्य सरकार क प्रदर्शन कए कुल मिलाकए बेहतर कहलाह। ओ कहला जे कृषि, शिक्षा आ अन्य क्षेत्र मे राज्य सरकार नीक काज केलक अछि, मुदा ऊर्जा क्षेत्र मे एहन बहुत किछु करबाक जरूरत अछि। ओ कहला जे आयोग ऊर्जा क्षेत्र मे सुधार क लेल वीके शुंगलू समिति गठित केने अछि। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला जे राज्य योजना पर आयोग क संग गप उपयोगी रहल। अगिला वित्त वर्ष क लेल मंजूर 24,000 करोड़ मे राज्य सरकार क योगदान पहिने स काफी बढ़ल अछि। एहिमे राज्य सरकार अपन बचत स 41 प्रतिशत राशि उपलब्ध कराउत, 27 प्रतिशत राशि उधारी क जरिए जुटाउल जाएत जखनकि केन्द्रीय सहायता स 32 प्रतिशत राशि भेटत। राज्य सरकार क बेहतर वित्तीय प्रबंधन क जिक्र करैत ओ कहला जे जतए वर्ष 2004-05 मे वाषिर्क योजना बजट मे केन्द्रीय सहायता 70 प्रतिशत तक रहैत छल, ओतहि आब इ सहायता घटिकए 32 प्रतिशत रहि गेल अछि। छह साल पहिने राज्य क अपन बचत आ संसाधन जतए 9.26 प्रतिशत तक छल, वर्तमान मे इ राशि 40 प्रतिशत तक पहुंच गेल अछि। नीतीश कहला जे वर्ष 2002 मे केन्द्र सरकार पिछड़ा क्षेत्र क विकास क लेल राष्ट्रीय श्रम विकास योजना शुरू केने छल। ओहि मे कईटा परियोजना क क्रियान्वयन मे देरी स परियोजना क लागत बढ़ि गेल अछि। इ मुद्दा कए हम आयोग क समक्ष उठेलहुं। ओे कहला जे एहि मे 3100 करोड़ तक लागत बढल अछि। आयोग क समक्ष इ मांग कए राखल गेल अछि। एहि दिशा मे गप भ गेल अछि आ उम्मीद अछि जे ओ राशि सेहो भेट जाएत। एखन आयोग 1450 करोड़ एहि लेल उपलब्ध करा रहल अछि। बिजली क्षेत्र मे राज्य क प्रयास क बारे मे नीतिश कहला जे राज्य सरकार ऊर्जा क्षेत्र पर ध्यान केन्द्रित करि रहल अछि। राज्य मे कांटी आ बरौनी मे ताप विद्युत परियोजना क विस्तार कैल जा रहल अछि। एनटीपीसी क संग संयुक्त उपक्रम क तहत नवीनगर मे 660 मेगावाट क तीनटा इकाई लगाउल जा रहल अछि। राज्य मे दीर्घकालिक आधार पर 450 मेगावाट विद्युत प्राप्ति क योजना अछि आ एकर संगहि 660 गुणा दू मेगावाट क तीनटा इकाई क लेल स्थल विकसित करबाक योजना अछि। नीतीश एक बेर फेर कहला जे केन्द्रीय प्रायोजित योजना क संख्या कम हेबाक चाही। केन्द्र कए राज्य क ओकर योजना क लेल सीधा सहायता उपलब्ध करेबाक चाही। ओ कहला जे इ राष्ट्रीय विकास परिषद क पुराना प्रस्ताव अछि। ओ कहला जे बिहार क अर्थव्यवस्था हाल क वर्ष मे तेजी स आगू बढल अछि। वर्तमान मूल्य पर राज्य क सकल घरेलू उत्पाद 2005-06 आ 2009-10 मे 14.7 प्रतिशत रहल अछि। वर्ष 2005-06 मे राज्य क प्रति व्यक्ति वाषिक आय 7659 टका छल जे कि 2009-10 मे 51 प्रतिशत बढिकए 11,558 टका तक पहुंच गेल अछि।