रामबाबू
पटना । बिहार सरकर पन्द्रहम वित्त आयोग के’ लेल तय मानक सभमे कोनो तरहक बदलावक विरोध करत। अहि लेल पटनामे पांच मई क सर्वदलीय बैसार बजाओल गेल अछि। पन्द्रहम वित्त आयोग राज्य सभके बीच कर आबंटितमे 2011 के’ जनगणनाक आधार बनाओल गेल अछि। मुदा दक्षिण भारतीय राज्य एकर विरोध कS रहल अछि।
दक्षिण भारतीय राज्यक वित्त मंत्री सभक पछिला महीना तिरूवानंतपुरममे बैसार भेल छल जाहिमे कहल गेल जे 1971 कजनगणना के’ सेहो आधार बनाओल जाए। हुनकर कथन अछि कि जनसंख्यामे अप्रत्याशित बढबा पर लगाम कस’मे ओ सफल रहल अछि। अहि लेल जँ 2011 के’ आधार बनाएल गेल त’ ओकरा कम राजस्व भेटतैक किएक त’ बिहार आऔर यूपी जकाँ राज्य सभक जनसंख्या बढ़ल अछि।
1971 मे देशक जनसंख्यामे दक्षिणी राज्यक भागीदारी 24 फीसदी सँ बेसी छल ने 2011 मे घटिकS 20 फीसदी रहि गेल दोसर तरफ बिहारक जनसंख्या 1991 सँ 2011 धरि करीब 25 फीसदी बढ़ि गेल अछि। दक्षिण भारतीय राज्य सभक आपत्ति के’ बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अप्रैल कS ट्वीट कS कहलखिन कि सरकार वित्त आयोग सँ जनसंख्या नियंत्रणमे सफल राज्य सभक महत्व देमय लेल कहथिन। अहि ट्वीट के’ बाद बिहारमे सत्तारूढ़ जनता दल युनाइटेड आऔर अन्य दल सभ सन्देह जतेलक कि वित्त आयोग तयशुदा मानकमे बदलाव कS सकैत अछि।
अहि के’ हिसाब सँ बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी के’ अध्यक्षतामे में पांच मई कS सर्वदलीय बैसार बजाओल गेल अछि। अहिमे 2011 के’ गणना के केवल आधार बनेबा पर सर्वसहमति बनाओल जाएत आऔर एकर बाद एकटाप्रतिनिधिमंडल पन्द्रहम वित्त आयोग के’ चेयरमैन एनके सिंह सँ भेट करत।
सूत्र के’ मोताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधदिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सँग चर्चामे सेहो बिहार के’ विशेष सहायता केर मुद्दा उठौलनि।