साक्षरता बढेबा मे सबस आगू अछि बिहार
टीकाकरण मे राष्ट्रीय स्तर स आगे अछि बिहार
पटना सबस समृद्ध, शिवहर सबस गरीब
पटना । बिहार क विकास दर, देश मे सबस ऊपर अछि। लोक क आमदनी सेहो बढ़ल अछि। विधानमंडल मे पेश 367 पन्ना क आर्थिक सर्वेक्षण (2015-16) मे बेहतरी क सबटा आयाम या पहलु क जिक्र अछि। इस सर्वे वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी पेश करैत कहला जे इ स्थिति तखन अछि जखन केंद्र बिहार लेल असहयोगी बनल अछि। केंद्रीय कर मे हमर हिस्सेदारी घटा देल गेल अछि। बीआरजीएफ कए बंद क देल गेल अछि। 14म वित्त आयोग क अनुशंसा स बिहार कए 50 हजार करोड़ क घाटा देखा रहल अछि। धान खरीद पर केंद्र लग करीब 2 हजार करोड़ क बकाया अछि। एनएच मे लागल राशि केंद्र नहि द रहल अछि। तखन राज्य मे जे किछु भेल ओ राज्य अपन बूता पर केलक अछि। ओ कहला जे बिहार विकासशील अछि, मुदा विकसित कतार मे जेबा लेल आओर उछाल क दरकार अछि। एहि लेल बिहार विशेष दर्जा मांगी रहल अछि। सिद्दिकी क अनुसार बिहार विकास क मामला मे आब पाछु मुडि़कए नहि देखत। विकास क प्रक्रिया टिकाऊ भ चुकल अछि। एहि मे निरंतरता बरकरार रहत।
आर्थिक सर्वक्षण क अनुसार पिछला एक दशक मे बिहार क विकास दर 10.52 प्रतिशत रहल। इ दोसर कोनो राज्य क तुलना मे सर्वाधिक अछि। 2012-13 मे प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत क 37प्रतिशत छल। इ 2014-15 मे बढि़कए 40.6 प्रतिशत भ गेल अछि। 2005-06 स 2014-15 क दौरान कृषि क्षेत्र मे 6.02 प्रतिशत, संचार मे 25.38 प्रतिशत, रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन मे 19.31 प्रतिशत, कंस्ट्रक्शन में 16.85 प्रतिशत, बैंकिंग आ बीमा मे 17.70 प्रतिशत आ परिवहन, भंडारण मे 15.08 प्रतिशत क वृद्धि दर्ज कैल गेल अछि। राजस्व प्राप्ति मे सेहो गत वर्ष क तुलना मे 9499 करोड़ क वृद्धि भेल अछि। एकर वार्षिक वृद्धि दर 20 प्रतिशत आंकल गेल अछि। एतबे नहि खर्च सेहो दस हजार करोड़ स बढि़कए लगभग 72 हजार 500 करोड़ पहुंच गेल अछि। एहि स साफ अछि जे राज्य मे विकास पर खर्च मे लगभग 57 प्रतिशत क वृद्धि भेल अछि। बिहार क प्रति व्यक्ति आमदनी 2012-13 मे राष्ट्रीय स्तर पर 37 फीसदी छल, जे 2014-15 मे बढि़कए 40.06 फीसदी भ गेल। प्रति व्यक्ति आय मे बिहार दस साल स लगातार 10.5 फीसदी क दर स वृद्धि भ रहल अछि। एहि वृद्धि क बावजूद प्रति व्यक्ति आमदनी मे बिहार देश क अन्य राज्य स सबस पाछु अछि। बिहार मे 2014-15 मे प्रति व्यक्ति आमदनी स्थिर मूल्य पर 18 हजार 560 रुपए सालाना रहल। राष्ट्रीय स्तर पर इ आमदनी 41 हजार 398 अछि। वर्तमान मूल्य पर बिहार क प्रति व्यक्ति सालाना आमदनी 39341 अछि। जिल क प्रति व्यक्ति आमदनी मे पैघ अंतर देखा रहल अछि। पटना मे इ सालाना 63,063 अछि। सबस पाछु शिवहर जिला अछि, जतए प्रति व्यक्ति आमदनी 7092 अछि। पटनाक बाद मुंगेर अछि। प्रधान वित्त सचिव रवि मित्तल कहला जे बकाया कर्ज त बढ़ल अछि मुदा लोन आ सकल घरेलू उत्पाद क बीच क अनुपात काफी खसल अछि। इ आब 18.5 प्रतिशत पर आबि गेल अछि, जे वित्त आयोग द्वारा तय 28 प्रतिशत क सीमा स काफी नीचा अछि।
एहि संबंध में प्रतिक्रिया दैत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला अछि जे बिहार अपन बाट पर सतत आगू बढि रहल अछि। चुनाव मे विपक्ष जरुर कहि रहल छल जे बिहार मे किछु नहि अछि, मुदा नीति आयोग स ल कए केंद्रीय वित्तमंत्रालय तक बिहार क रफ्तार कए लोहा मानलक अछि। नीतीश कहला जे एकरा आओर तेज करबा लेल बिहार विकास मिशन क गठन कैल गेल अछि। नीतीश अपन सात निश्चय कए बिहार क विकास लेल महत्वपूर्ण पड़ाव मानैत छथि। नीतीश कहला जे एहि लेल पहिने कैबिनेट स एहि सब योजना कए मंजूरी भेटल, फेर राज्यपालक अभिभाषण मे जगह देल गेल आ आब बजट मे सेहो एकरा शामिल क लेल गेल अछि। ओ कहला जे महिला कए 35 फीसदी आरक्षण त द देल गेल। गामक सीमान तक सडक पहुंच गेल अछि, मुदा टोलक सडक आ नाली बनेबाक निश्चय पर काज शुरु भ गेल अछि। राज्य में टंकी स पेयजल एखन महज 4 प्रतिशत लोग कए भेट रहल अछि। वर्तमान मे चलि रहल योजना पूरा भेला पर इ 22 प्रतिशत तक जायज, मुदा हमर लक्ष्य संपूर्ण में अछि। एहिना बिजली क क्षेत्र में बिहार आब पांच हजार मेगावाट स बेसी उपयोग करबा लेल तैयार अछि। संचरण आ वितरण मजबूत भेल अछि। हम सब घर तक तार पहुंचेबा क निश्चय कए पूरा करबा मे लागल छी। एहिना ओ कहला जे 12वीं क बाद महज 13
प्रतिशत छात्र उच्च शिक्षा लेल जाइत छथि। हम उनका 4 लाख टका क क्रेडिट कार्ड देब, जखनकि कौशल विकास लेल सब जिला में केंद्र खोलल जायत। ओ कहला जे नौकरी तकबा लेल 2 साल तक बेरोजगारी भत्ता आ साक्षात्कार देबा लेल ट्रेन क टिकट सरकार देत। एहि सब योजना लेल आनलाइन आवेदनक व्यवस्था होएत आ प्रखंड आ जिला स्तर पर केंद्र बनाउल जायत। ओ कहला जे बिहार विकास मिशन
एकरा लेल सबटा जरुरत कए पूरा करबाक जिम्मेदारी लेत। सब मास जिला प्रभारी मंत्री एकर समीक्षा करताह आ 3 मास पर राज्य स्तर पर एकर समीक्षा होएत।
विकास क आंकड़ा
-10.52 प्रतिशत रहल दस वष क विकास दर
-पूंजीगत निवेश मे वृद्धि – 8956 करोड़
बकाया कर्ज
2010-11 में 47,285 करोड़
2014-15 में 74,570 करोड़
सीडी रेशियो
2012-13 – 40.59 प्रतिशत
2013-14 – 46.51 प्रतिशत
2014-15 – 47.45 प्रतिशत
15 प्रतिशत स बेसी विकास दर
संचार – 25.38 प्रतिशत
निबंधित विनिर्माण -19.31 प्रतिशत
निर्माण -16.58 प्रतिशत
बैंकिंग व बीमा – 17.70 प्रतिशत
परिवहन -15.08 प्रतिशत
प्रति व्यक्ति सालाना आमदनी (जिला वार 2011-12)
पटना – 63000
मुंगेर – 22000
बेगूसराय – 18000
भागलपुर – 18000
मुजफ्फरपुर – 15000
रोहतास – 13000
लखीसराय – 12000
नालंदा – 11000
वैशाली – 11000
भोजपुर – 11000
सहरसा – 11000
गोपालगंज – 10500
गया – 10500
खगडिय़ा – 10000
मधेपुरा – 8609
सुपौल – 8492
शिवहर : 6000
(अन्य जिल क 7000 स 10000 क बीच)