पटना। लोकसभा चुनाव क दौरान बिहार मे एहि बेर राज्य सरकार क कामकाज पर सकारात्मक मतदान भेल। दू दशक तक लगातार पिछड़ल एहि प्रदेश मे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 40 महीना क अपन सुशासन स विकास क उम्मीद जगौलथि आ कानून व्यवस्था कए दुरुस्त करि भयमुक्त वातावरण देलथि, जाहि स राजग क पक्ष मे तेज लहर चलल। एहि आवेग मे राजद प्रमुख लालू प्रसाद आ लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान समेत कईटा विपक्षी दिग्गज क ‘बंगलाÓ उजडि़ गेल। दिलचस्प त इ रहल जे जनता एकोटा बाहुबली कए दिल्ली जेबाक मौका नहि देलक। मतदानक दौरान हिंसा लेल कुख्यात बिहार में एहि बेर इतिहास रचल गेल। पहिल चरण में झारखंड से लागल सीमा पर किछु हिंसा जरूर भेल, मुदा कुल मिला कए एहि बेर मतदानक दौरान एक बूंद खून कतहु नहि बहल। शांतिपूर्ण मतदान क लेल राज्य प्रशासनक संग-संग बिहारक जनता कए सेहो धन्यवाद देबाक चाही।
कोसी क कहर वाला इलाका मे जदयू-भाजपा उम्मीदवार क पक्ष मे जेना भारी मतदान भेल, ओ साबित करैत अछि जे नीतीश सरकार बर्बाद भ चुकल एहि इलाका मे बचाव आ राहत क लेल नीक काज केलथि अछि। विपक्षक संग-संग बिहार कए गर्त मे ल जेबाक पहिल कोशिश करिनिहार जगन्नाथ मिश्र तक कोसी त्रासदी क समय सरकार कए लगातार नाकाम बता रहल छलाह, मुदा जनता सरकार क संकट प्रबंधन कौशल पर पक्का मोहर लगा देलक। बिहार क चुनाव परिणाम स एकटा गप स्पष्ट भेल जे जनता कए नीतीश सरकार क काम करबाक शैली पसंद आबि रहल छैक। जेना सुदूर गाम क सड़क बनि रहल अछि, स्कूल-कॉलेज मे पठन-पाठन क सिलसिला शुरू भेल अछि आओर अस्पताल क स्थिति सुधारल अछि, ओकरा जनता दिल खोलि कए पसंद केलक अछि।
मुख्यमंत्री अपन लगभग हर चुनावसभा मे लॉ एंड आर्डर मे सुधार क दावा करैते इ कहैत छलाह जे लालू राज लौटल, त अहां बुझब। एकर मतदाता पर काफी असर भेल। एहन नहि होइते त सीवान क बाहुबली शहाबुद्दीन क कनिया हेना शहाब (राजद), सूरजभान क कनिया वीणा सिंह (नवादा) आ बाहुबली रामा सिंह (आरा) नहि हारिक मुंह देखतथि। वीणा सिंह आ रामा सिंह लोजपा क टिकट पर प्रत्याशी छलथि। हालांकि चुनाव लोकसभा क छल, मुदा परिणाम राज्य क नीतीश सरकार क लेल जनमत संग्रह साबित भेल। जाहिर अछि जे बिहार क जनता एखन नीतीश कुमार कए काज करबा लेल मौका आओर देबय चाहैत अछि। हुनका परेशान करबा लेल लोजपा सुप्रीमो पासवान कए न सिर्फ पराजय भेटल, बल्कि पार्टी लोकसभा स बाहर करि देल गेल। राज्य मे लोजपा क सूपड़ा साफ भ गेल अछि। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ओना सारण स चुनाव जीतबा मे कामयाब रहलाह, मुदा हुनकर पार्टी कए भारी शिकस्त भेटल। बिहार मे एहि बेर कांग्रेस क राजद लोजपा गठबंधन स हटबाक सेहो असर भेल। एक आत कांग्रेस क तेवर ओकर परंपरागत मतदाता क राजद-लोजपा क संग छोड़बाक मौका देलक, दोसर दिस राजद क एमवाई(मुसलमान-यादव) समीकरण सेहो ध्वस्त भ गेल। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अतिपिछड़ा और महादलित कार्ड सेहो कारगर रहल। मिथिला इलाका मे त राजद आ लोजपा गठबंधन (चौथा मोर्चा) कए खाता तक नहि खुलल।