डीएमसीएच बनल सबस पैघ अस्पताल
वर्तमान 980 बेड संग जुडल 960 बेड वाला सुपर स्पेशियलिटी सर्जरी अस्पताल
1878 मे सहो छल दरभंगा मे संयुक्तप बंगालक दोसर सबस पैघ अस्पीताल
पटना । इतिहास एक बेर फेर दोहरा गेल। दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) कए बिहार क दोसर आ उत्तर बिहार क सबस पैघ अस्पताल बनेबाक मंजूरी भेट गेल अछि। एहि ठाम 960 बेड क एकटा अलग सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनत, जाहि मे इमरजेंसी समेत सब तरह क सर्जरी क सुविधा रहत। डीएमसीएच परिसर मे प्रस्तावित एहि अत्याधुनिक सुपर स्पेशियलिटी सर्जरी अस्पताल क निर्माण लेल स्वास्थ्य विभाग 579 करोड़ रुपए क योजना कए स्वीकृति द देलक अछि। निर्माण मे पर्यावरणीय मानकक पूरा ध्यान रखबा लेल एकरा ‘ग्रीन बिल्डिंग प्रोजेक्ट’ नामकरण कैल गेल अछि। उल्लेयखनीय अछि जे 1878 मे तिरहुत सरकार महाराजाधिराज लक्ष्मेश्वर सिंह संयुक्त बंगाल क दोसर आ बिहार क सबस पैघ 280 बेड वाला अस्पाताल लेडी डेफरीन नाम पर दरभंगा मे स्था्पित केने छलाह। एहि अस्प ताल मे देशक चर्चित डाक्टर इलाज करैत छलाह। 1925 मे तिरहुत सरकार महाराजाधिराज रामेश्वलर सिंह दरभंगा मे एहि अस्पडतालक संग टेम्लेम क नाम पर एकटा मेडिकल स्कूहल खोलल गेल, जे 1946 मे कॉलेज क दर्जा पाबि लेलक, जे आइ दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) क नाम स प्रसिद्ध अछि। जखन कि लेडी डेफरीन अस्पगताल 1934 मे क्षतिग्रस्त भवन क मरम्मत क बाद लेडी बेल्डिंगटन हास्पीटल क नाम पर प्रसिद्ध भेल। वर्तमान मे 280 बेड क इ अस्प ताल महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह चैरिटेबुल न्याटस क तहत संचालित होइत अछि।
एकहि भवन मे बनत कैजुएल्टी, रेडियोलॉजी आ सेंट्रल लैब
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) परिसर मे प्रस्तारवित अस्पताल क खासियत इ रहत जे एहि ठाम ट्रॉमा यानी दुर्घटना आ अति गंभीर मरीज लेल 24 घंटा सुदृढ़ सुविधा रहत। संगहि एकहि भवन मे ऑपरेशन आ ओहि मे सहयोग लेल सब तरह क (रेडियोलॉजी आ पैथोलॉजी) जांच क माकूल व्यवस्था होएत। प्रस्तावित सात मंजिला भवन मे कैजुएल्टी क तीमारदारी लेल विशेष प्रबंध कैल जायत। एहि सुपर स्पेशियलिटी सर्जरी अस्पताल क 960 आ डीएमसीएच क वर्तमान 980 बेड पर भर्ती सबटा मरीज क देखभाल लेल एकटा अलग प्रशासनिक भवन बनाउल जाएत। डॉक्टर आ कर्मी लेल अलग-अलग पांच-पांच मंजिला दूटा भवन बनत। एहि अस्पबताल क निर्माण भेला स उत्तर बिहार क चारिटा प्रमंडल तिरहुत, दरभंगा, कोसी आ पूर्णिया क डेढ़ दर्जन जिला क लोक कए पटना जेबा स मुक्ति भेट जायत। मुजफ्फरपुर या बेतिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल मे सेहो अति गंभीर मरीज क लेल 24 घंटे इलाज क व्यवस्था नहि भेला पर डीएमसीएच मे एहि योजना कए स्वीकृति देल गेल अछि।