रामबाबू

हुनक सोच अछि कि प्रदेशमे हेरिटेज पर्यटन केर दृष्टिकोण सँ बेसी संभावना अछि। सुल्तान पैलेस ओकर पहिल कड़ी अछि। एकरा पांच सितारा होटलमे परिवर्तित करय केर जिम्मेदारी संयुक्त रूप सँ पर्यटन आऔर परिवहन विभागकें होयत। सुल्तान पैलेसमे वर्षों सँ बिहार राच्य पथ परिवहन निगमकें मुख्यालय अछि। एकरा 1000 करोड़ रुपयामे परिवहन निगम सँ खरीदकS पर्यटन विभागके हस्तांतरित करबाक औपचारिकता यतशीघ्र पुर कएल जाएत। अहि लेल मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह केर अध्यक्षतामे समिति केर गठन हएत। ओकर बाद निगम मुख्यालयकें फुलवारीशरीफ स्थानांतरित क देल जाएत।
सुल्तान पैलेस केर निर्माण पटना हाईकोर्टक पूर्व जज आऔर पटना विश्वविद्यालयकें पहिल भारतीय कुलपति सर सुल्तान अहमद 1922 मे निर्माण करओने छलाह। करीब 10 एकड़मे एकर निर्माण पर ओहि समयमे 22 लाख रुपैया खर्च आएल छल। विख्यात वास्तुविद अली जान एकर डिजाइन कएने अछि। निर्माणमे उज्जर संगमरमर केर बेसी उपयोग भेल अछि। मुख्य हॉल आऔर डाइनिंग रूम केर छत, देबालक नक्काशी पर 18 कैरेट सोना केर पानि देखल जा सकैत अछि। महिला सभके निवास स्थान केर सुंदर बनेबाक उद्देश्य सँ चीनी मिट्टी केर रंग-बिरंगा टुकड़ी सँ फूल-पत्ता उकेरल गेल।