रामबाबू
नयी दिल्ली । भूमि अधिग्रहणमे अवरोधक पाँच टा कारण किछु परियोजना सभकेँ छोड़िकS बिहारक कतेको राजमार्ग परियोजना सभक काज पछुआएल आ लटकि गेल अछि। केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश जकाँ बिहारमे सेहो दू लाख करोड़ रुपैयाक सड़क परियोजना सभ शुरू करय चाहैत अछि। मुदा चालू परियोजना सभकें ठेहुनिया दैत देखि दुबिधामे पड़ि गेल अछि।
सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय के’ मोताबिक अनेकानेक दिकक्ति सभके कारण बिहारमे सड़क परियोजना सभकें कार्यान्वयन करब दुष्कर भ’ गेल अछि। पछातिक परियोजना सभक समीक्षामे एनएचएआइ केर अधिकारी सभ स्पष्ट कएलनि जे राज्यमे किछु एहन अवरोधक सामना करय पड़ि रहल अछि जे आन राज्यमे नहि करय पड़ैत अछि।
उदाहरणार्थ बिहार एकमात्र एहन राज्य अछि जतय भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूर भेलाक बादो परियोजनाक हेतु जमीनक कब्जा नहि भेट पबैत अछि। परिणाम अछैत सभटा तैयारीक काज शुरू करब असंभव होयत अछि। उदाहरण हेतु एकटा मामिलामे एनएचएआइ जिलाधिकारी तरफ सँ अधिग्रहण केर प्रक्रिया पूर भेलाक बाद राज्य सरकारक खातामे मोआबजाक पूरा सौ करोड़ राशि हस्तांरित करा देल गेल परञ्च जखन एनएचएआइ आ कांट्रैक्टर केर लोक परियोजना स्थल पर काज शुरू करय पहुँचल त’ गांमक लोक जमीन पर कब्जा देमय सँ मना कS देलक। जिलाधिकारी सेहो अहि स्थितिमे किछु करबामे असमर्थता जता देलक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2015 मे बिहारमे हजारो करोड़क सड़क परियोजना सभ शुरू करबाक घोषणा कएने छलाह। अहि सालक शुरुआतमे जखन केंद्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी राज्यक दौरा कएलक तखन ओ प्रधानमंत्री केर अहि विशेष पैकेजकें तहत राज्यमे 55 हजार करोड़ रुपैयाक 65 राजमार्ग परियोजना सभ पर काज शुरू करबाक घोषणा कएने छलाह। अहिमे सँ 22 हजार करोड़क परियोजना सभ पर काज शुरू भ’ गेल अछि। मुदा काजक प्रगतिसँ गडकरी सन्तुष्ट नहि अछि। जखन कि शेष बाँचल परियोजना सभ पर एखन काज शुरू नहि भ’ सकल अछि।
एकर सर्वप्रमुख कारण जमीनक उपलब्धि अछि। एकर अलावा वन एवम पर्यावरण केर मंजूरी, यूटिलिटी शिफ्टिंग, कानून-व्यवस्थाक समस्या आ अतिक्रमण ई सभ विंदु परियोजना सभक बाटक रोड़ा सिद्ध भ रहल अछि। भूमि अधिग्रहणक कएको मामिलामे राज्य सरकारक लचर रवैया सँ एनएचएआइ केर अधिकारी अजगुत मे अछि। मोआवजाक हस्तांतरित भेलाक पांच-छह महीना बादो राज्य सरकार जमीन उपलब्ध नहि करा पाबि रहल अछि। अहीकें देखैत गडकरी ई घोषणा कएलक कि 90 प्रतिशत जमीन उपलब्धिक बिना कोनो हाईवे प्रोजेक्ट पर काज शुरू नहि कएल जा सकत। सम्प्रति बिहारमे केवल पांच परियोजना अहि साल पूर होयबाक स्थितिमे देखाई दैत अछि। अहिमे बिहारशरीफ-मोकामा, रीवाघाट-मुजफ्फरपुर आऔर मुजफ्फरपुर-सोनबरसा सामिल अछि। खगडि़या-पूर्णिया अही महिनामे आ छपरा-गोपालगंज जुलाईमे पूरा भ’ जाएत।