राघवेन्द्र झा
नॉर्थ इस्ट। जौं गृह मंत्रालय क आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ क गप मानि त सोमदिन बिहार, झारखंड संगे नॉर्थ इस्ट मे आयल भूकंप प्रकृति क एकटा ट्रेलर मात्र अछि । आबय बला समय मे भूकंप पूरा देश मे भयंकर तबाही मचा सकैत अछि । विशेषज्ञ क मानि त 8.2 वा एकरा स बेसी त्रीवता क भूकंप हिमालयी क्षेत्र क हिला क राखि देत । हुनकर कहनाय अछि जे मणिपुर क भूकंप एकटा ट्रेलर मात्र अछि ।
ज्ञात होए कि गुआहाटी मे ४ जनवरी कए भोर मे जखन पुरा देश चैनक नींद सुतल छल तखन बिहार, झारखंड समेत पुर्वोत्तर मे 6.7 तीव्रता क प्रचंड भूकंप स धरती थरथरा गेल छल । जाहि स कम स कम 7 लोग मारल गेल, आओर लगभग 100 स बेसी घायल भए गेल । एहि भूकंपक केन्द्र मणिपुर स 33 किमी दुर तमेंगलोंग जिला में 17 किमी क गहराई मे छल । जिला मे ढ़ेरी भवन या त पुरा खसि परल वा पूरा तरह स ढहि चुकल अछि । भोर 4.34 पर आयल एहि भूकंप स मणिपुर मे 7 गोटा मारल गेल आओर 70 स बेसी लोग घायल भए गेल, सेना आओर वायुसेना दुनू राहत कार्य मे लागल अछि, संगे एनडीएएम क दुटा दल कए इंफाल पठाओल गेल अछि ।
हाले मे आयल भूकंप जेना – मणिपुर मे 6.7 (जनवरी 2016 ), नेपाल मे 7.3 ( मई 2015) सिक्किम मे साल 2011 मे आयल 6.9 त्रीवता बला भूकंप कारण एतौका भूगर्भीय प्लेट मे उथल पूथल मचि गेल अछि । पहिनेके झटका स एकरा मे दरार पैदा भए गेल अछि मुदा हाल मे आयल भूकंप क कारण इ स्थिती आर भयावह भए गेल अछि । विशेषज्ञ क कहब अछि एहि स कैकटा भूकंप आबि सकैत अछि जे 8.0 त्रीवता तक भए सकैत अछि ।
“भूकंप पृथ्वी क परत स ऊर्जा क अचानक उत्पादन क परिणामस्वरूप आबैत अछि है जे भूकंपी तरंग उत्पन्न करैत अछि।” (Wikipedia)
नेपाल क भूकंप क बाद कैल गेल विश्लेषण मे एमएचए क राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम)चेतावनी देलक कि पूरा पूर्वोत्तर क्षेत्र खासकए क पहाड़ पर भूकंप क खतरा बेसी बढ़ि गेल अछि । ईटानगर मे हाले मे भेल एनआईडीएम क एकटा बैसार मे इ मुद्दा उठाओल गेल । एहि बैसार मे भारतक 11 टा पहाड़ी राज्य क निती निर्माता हिस्सा लेने छथि । संस्थान क निदेषक संतोष कुमार क मानि त नेपाल, भूटान, म्यांमार आओर भारत क भूगर्भीय प्लेट आपस मे जूड़ल अछि । एहि क्षेत्र मे बड्ड पैघ भूकंप ऐबाक संभावना अछि । दिल्ली भूकंपीय इलाका क वर्गीकरण क मोताबिक बेहद संवेदनशील मानल जाय बला जोन 4 मे आबैत अछि । पूर्वोत्तर राज्य आ आन पहाड़ी भूभाग जोन 5 मे आबैत अछि । विशेषज्ञ क कहब अछि 8.0 त्रीवता वला कम से कम चारि टा भूकंप एहि क्षेत्र मे आबि सकैत अछि । जों इ भूकंप जल्दी नहि आउत त बेसी दिन स जमल दवाब आर बेसी कहर बरपा सकैत अछि ।
श्री कुमार क अनुसार सभटा पहाड़ी भूभाग बला राज्य कए एकरा बारे मे जानकारी दए देल गेल अछि आ हुनका एकटा कॉमन बिल्डिंग कोड अपनेबा लेल कहल गेल अछि । कहल जा रहल अछि कि नेपाल मे आयल भूकंप से पूर्वोत्तर पर दवाब बेसी बढ़ि गेल अछि । मणिपुर क भूकंप एकर एकटा संकेत मात्र अछि जे इ दवाब अखैन धरि नहि निकलल अछि । इ आर खतराक घंटी अछि । विशेषज्ञ क मोताबिक, ”उत्तर मे हिमालयी क्षेत्रक भूगर्भीय प्लेट कए पूर्व मे इंडो-बर्मीज प्लेट स टकरेबाक कारण एकटा संकट ठाड़ भए गेल अछि । जे वर्तमान मे सबसे बेसी अछि ।”
विशेषज्ञ क कहब अछि जे पूर्वोत्तर राज्य जेना उत्तरी बिहार, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात आओर अंडमान निकोबार जोन 5 मे आबैत अछि । आ संवेदन शील अछि । बेसी आबादी बला जगह मे जों एहन भूकंप आउत त जान-माल कए बेसी क्षति पहुँचत ।
धरती स निकैल रहल अछि धूआँ – मधेपुरा जिलाक बिहारीगंज प्रखंड स्थित कस्तूरबा विद्यालय क नजदीक जमीन स धुँआ निकैल रहल अछि । इ धुँआ सोमदिन आयल भूकंप क बाद स निकलि रहल अछि । एहि धुइयॉं लेल भूगोलवेत्ता डाॅ. शिवमुनी यादव क कहनाय अछि जे कोसी क क्षेत्र मे गैस वा सल्फर जेहन किुछ चिज अछि । एहि स पहिनो भूगर्भीय उथल-पूथल क बाद धुँआ निकलल छल । एहि क्षेत्र मे खनीज तेलक सेहो प्रबल संभावना अछि ।
नोट – इसमाद क एहि खबरक उदेश्य डर वा भय फैलायब नहि अछि, मुदा इसमाद टीम चाहैत अछि जे पाठक कए पूर्ण जानकारी होए जाहि स ओ सजग रहि सकय, सचेत रहय सकय ।
Uchit samay par dal gail suchana