मुजफ्फरपुर। आखिरकार कांटी थर्मल पावर क बंद पडल इकाई स धुआं निकलबाक तारीख तय भ गेल। एकर एकटा इकाई अप्रैल त दोसर अक्टूबर मे पूरा भ जाएत। कांटी थर्मल मे वायलर ड्रम लिफ्टिंग क शिलान्यास क बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला जे 250-250 क इकाई लगेबा मे पताही हवाई अड्डा बाधा बनल, जाहि स 195-195 क दूटा यूनिट लगाउल जा रहल अछि। शिलान्यासक बाद एकटा सभा कए संबोधित करैत ओ कहला जे आब बेसी दिन नहि बस दू तीन साल मे बिहार बिजली उत्पादन मे आत्मनिर्भर भ जाएत। बिहार मे बिजली क समस्या पर विपक्षक आरोप कए उत्तर दैत ओ कहला जे किछु लोक कए अपन काबिलियत पर बड़ गर्व छै। की बिजली पुतला फूंकबा स आबि जाएत? की थर्मल प्लांट कोना तरकारी छी, जे दू मास मे लगा कए उत्पादन देखा दी? मुख्यमंत्री कहला जे विरोधी दल क सुझाव आमंत्रित अछि कोना बिजली समस्या दूर होएत। 24 घंटा क त गप छोडू अगर ओ 18 घंटा तक बिजली देबाक सुझाव राखि दथि त हुनका सत्ता सौंप देब। अटल जी बिहार कए विशेष योजना देने छलाह। मुदा राजद सरकार मे मामला अटकल रहल। नव इकाई लगायब त दूर पुरान सेहो ठप भ गेल छल। राजग सरकार आयल त 2006 मे काज शुरू करबाक प्रयास केलक। कांटी मे पुरान इकाई क जीर्णोद्धार लेल एनटीपीसी स समझौता कैल गेल। एहि मे ओ कईटा शर्त राखि देलक। कहलक, प्रबंधन हाथ मे देल जाए। बिजली बोर्ड क बकाया अछि, से शेयर सेहो बेसी चाही। मुदा राज्य हित कए देखैत थर्मल बंद रहबा स नीक बुझाएल जे एकर शर्त मानि ली। नीतीश कहला जे प्रबंधन देलाक बाद राज्य सरकार सेहो एनटीपीसी क सामने एकटा शर्त रखलक जे पुरान इकाई चालू करू, मुदा 250-250 मेगावाट क दूटा नव इकाई जे अटल जी देने छलाह ओकरा स्थापित कैल जाए।’ मुख्यमंत्री कहला जे 250 त नहि मुदा 195-195 मेगावाट क यूनिट लागि रहल अछि। ओ कहला जे बिजली नव समस्या नहि अछि। इ समस्या हुनका विरासत मे भेटल। ओ कांटी क बंद आ बरौनी क कोमा मे चलि रहल इकाई कए एनटीपीसी कए सौंप देलथि अछि। दूनूक इलाज चलि रहल अछि। मुदा किछु लोक बिजली लेल पुतला फूंकबा मे लागल छथि। विरोधि पर कटाक्ष करैत नीतीश कहला जे राजनीति करबाक चाही, मुदा राजनीति वास्तविकता स दूर नहि हेबाक चाही। अगर बिहार क वास्तविक भला चाहैत छी त समस्या क जडि (कांग्रेस क असहयोग) पर सेहो चोट करू। ओ कहला जे ओना पुआल जडेबा स अगर बिजली पैदा हुए त किछु पुआल हमहूं देबा लेल तैयार छी।
सब स पहिल बात अच्छी की हम सब मिल क एक विचार करी की बिजली बचाबी / और बिहार के आगू बनाबी /हम अपन मिथिला नगरी में रहे वाला वाशी चहेत छी की दरभंगा या मधुबनी में हवाई पट्टी के ऊपर जल्दी ध्यान दियो /और हमरा मिथिला में कतेक ट्रेन के आवागमन अछी से सब बुझे छी / हमर विचार रे हवाय मार्ग स यात्रा करी / हमहू सब सीता माता के नगरी के छी /