पटना । राज्य मे पनबिजली क पैघ परियोजना मंजूरी क लेल केन्द्र लग फंसल अछि। कैमूर मे 2500 मेगावाट स बेसी क्षमता क पम्प स्टोरेज स्कीम क मामला सुलझि नहि रहल अछि। एकर स्थापना मे जापान पावर रुचि देखेने अछि, मुदा केन्द्र क स्वीकृति क कारण मामला लटकल अछि। एहि मे सिनाफदर स्थित 345 मेगावाट क्षमता क परियोजना प्रयोग क तौर पर ऊर्जा मंत्रालय पूरा करबाक वादा केलक, मुदा एहि मे सेहो केंद्र पाछु सस पेंच फंसा देलक। कोसी नदी पर 225 मेगावाट क्षमता क परियोजना स्थापित हेबाक उम्मीद छल। कैमूर मे जापान पावर क लेल वित्तीय संस्था विशेषज्ञ स स्थल सर्वेक्षण करा चुकल अछि। सर्वेक्षण क दौरान हथियादह-दुर्गावती मे 1600 मेगावाट क्षमता क परियोजना स्थल काफी उपयुक्त मानल गेल। एकरा लेल विदेशी संस्था निवेश लेल तैयार अछि। मुदा केंद्र मामला लटकेने अछि जखकि बिहार राज्य जल विद्युत निगम एनचपीसी क माध्यम स सिनाफदर परियोजना क कार्य नहि करेबाक स्थिति मे विकल्प क तौर पर विदेशी निवेशक कए तैयार रखने अछि। मुदा केन्द्र क रवैया नहि हगब नहि बाट छोडब वाला अछि। एकर अलावा 450 मेगावाट क्षमता क इन्द्रपुरी जलाशय परियोजना सेहो एकटा चुनौती अछि। निगम एकरा लेल निजी निवेशक स सम्पर्क साधने अछि। जल संसाधन विभाग परियोजना पूरा करेबाक दायित्व निगम कए सौंप देने छल। ऊर्जा विभाग क अनुसार निगम क माध्यम स कोसी नदी पर 125 मेगावाट क्षमता क डागमारा परियोजना क लेल विदेशी राशि प्राप्त करबाक स्वीकृति प्रदान करबा क प्रस्ताव केन्द्र लग गरदा फंकी रहल अछि। केन्द्र क आर्थिक मामला क मंत्रालय द्वारा अनुमति प्रदान करबा क बाद कार्य कए गति भेटबाक संभावना अछि। एकर विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन केन्द्र क संस्था वापकोस तैयार केने अछि। डीपीआर जांच क लेल केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण कए सौंप देल गेल अछि। डीपीआर क प्रारूप क हाइड्रोलाजी पर केन्द्रीय जल आयोग क मंतव्य प्राप्त भ चुकल अछि। एकर अलावा कोसी नदी पर एकटा अन्य स्थल पर 100 मेगावाट जल विद्युत क संभावना क पता लगाउल गेल अछि।