पटना। बिहार मे राजग क शासन क चारि वर्ष पूरा भ गेल। मंगल दिन एहि सरकारक चारिम वर्षगांठ पर सरकारी कार्यक्रम निर्धारित अछि, मुदा वर्षगांठक पूर्व संध्या पर मुख्य विपक्षी दल राजद सरकार क खिलाफ एकटा आरोप पत्र जारी केलक। आरोप पत्र मे नीतीश सरकार कए जनता क अदालत मे असफल करार देल गेल अछि। दरअसल नीतीश कुमार अपन सरकारक वर्षगांठ पर अपन रिपोर्ट कार्ड जारी करैत छथि, एहन मे राजद लेल इ अनिवार्य भ जाइत अछि जे ओ सरकार विरोधी एकटा दस्तावेज लोकक समक्ष प्रस्तुत करै। एहन मे इ रिपोर्ट निश्चित तौर पर एकटा खानापूर्ति जेकां अछि।
63 पृष्ठ क पुस्तिका जारी करैत राजद प्रदेश अध्यक्ष अब्दुलबारी सिद्दीकी मुख्यमंत्री क विकास यात्रा कए विनाश यात्रा क संज्ञा देलथि। हुनकर अनुसारे इ नीतीश सरकार क विरुद्ध जनता क आरोप पत्र अछि। आरोप पत्र मे विभागवार कुल अंक आ प्राप्तांक देल गेल अछि। हजार अंक मे 300 उत्तीर्णाक क विरुद्ध 80 अंक द कए सरकार कए फेल घोषित कैल गेल अछि।
अंक पत्र क अनुसार ग्रामीण विकास मे कुल अंक 100 मे 15, अपराध नियंत्रण आ विधि व्यवस्था मे 15, भूमि सुधार मे 00, पथ निर्माण मे 20, स्वास्थ्य मे 10, बिजली मे 05, अल्पसंख्यक, अनु.जाति आ जनजाति कल्याण मे 05, कृषि आ सिंचाई मे 05, शिक्षा मे 05 आ निवेश आओर औद्योगिकीकरण मे 00 अंक देल गेल अछि। प्रदेश अध्यक्ष क अनुसार नीतीश सरकार क सबस पैघ गुनाह अछि जे ओ आम आदमी स सरकार क संबंध समाप्त करि देलथि। हुनकर अनुसार राज्य मे प्राक्कलन घोटाला एखन तकक सबस पैघ घोटाला अछि। ओ दावा केलथि जे इ आरोप पत्र तथ्य,आंकड़ा, वेबसाइट आ विभिन्न सर्वे क आधार पर तैयार कैल गेल अछि।
राजद द्वारा जारी आरोप पत्र क अनुसार लालू प्रसाद आ राबड़ी देवी क शासनकाल मे जहि तबका कए मान सम्मान भेटल, राजकाज मे भागीदारी देल गेल, ओकरा आइ अपमानित,प्रताडि़त आ अधिकार स वंचित कैल जा रहल अछि।
पत्रक अनुसार राज्य सरकार क केन्द्रीय कर पर निर्भरता बढ़ल अछि आ राज्य क अपन आमदनी ओहि अनुपात मे नहि बढ़ल जेना प्रचारित कैल जा रहल अछि। एकरा लेल राजद शासन क अंतिम वर्ष 2004-05 क उदाहरण दैत कहल गेल जे राज्य कुल धन प्राप्ति क 27 प्रतिशत हिस्सा अपन आंतरिक संसाधन स प्राप्त करैत छल। एकर विपरीत एनडीए सरकार क सत्ता मे एला पर राज्य सरकार क आंतरिक कर घटै लगा आ 2009-10 मे 24 प्रतिशत रहल अछि।